उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 69000 शिक्षक भर्ती (69000 Shikshak Bharti) के अभ्यर्थियों ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के आवास का घेराव किया। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे अभ्यर्थियों की भीड़ देख पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी सड़क पर लेट गए। ऐसे में पुलिस ने घसीटकर उन्हें वहां से हटाया।
अभ्यर्थियों ने की नई सूची जल्द जारी की मांग
इस दौरान अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से जुड़ा हुआ है। अभ्यर्थी हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ का आदेश लागू करने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि कोर्ट के आदेश के अनुसार नई सूची जल्द जारी की जाए।
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69000 शिक्षक भर्ती में शामिल आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने सोमवार को केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव किया। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई।@CMOfficeUP @kpmaurya1 @UPGovt @thisissanjubjp @BJP4UP#UPTeachersRecuritment #Protest #TeachersRecuritment pic.twitter.com/5N4bUjmfx6
— sanjay singh (@sanjay_media) September 2, 2024
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल विजय यादव कहते हैं कि अधिकारियों की हीलाहवाली से मामला एक बार फंस सकता हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है कि हाईकोर्ट के निर्णय को 10 दिन होने को हैं, बावजूद इसके अभी तक फैसले का पालन नही किया गया। जबकि खुद मुख्यमंत्री ने इसको लेकर निर्देश जारी कर चुके हैं। अब जब मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा तो एक बार फिर से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को न्याय के लिए इंतजार करना पड़ सकता हैं।
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