चुनावों से पहले राम मंदिर का मुद्दा एक बार फिर भारतीय राजनीति के केंद्र में आ गया है।योगी आदित्यनाथ के बाद अब अयोध्या में उमा भारती ने कहा कि वह योगी की तरह धैर्य धारण नहीं कर सकती हैं, चाहती हैं कि आज ही राम मंदिर का निर्माण हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब केंद्र और राज्य में हमारी बहुमत की सरकार है, इसलिए मंदिर निर्माण में देरी नहीं होनी चाहिए। मंगलवार को उमा ने यहां कहा कि सरकार तो आती-जाती रहती है, लेकिन राम मंदिर का निर्माण होना भव्य बात है। जो इसके निर्माण के क्षण को गंवा देगा, वह भारत के इतिहास में अपना गौरव गंवा देगा। लेकिन अगर मंदिर निर्माण हुआ तो ये राष्ट्रीय धरोहर के लिए बड़ी बात होगी।

संतों ने कहा था – जिस तरह मस्जिद गिराई गई थी उसी तरह एक रात में मंदिर भी बनाया जा सकता है
गौरतलब है कि सोमवार को अयोध्या में एक कार्यक्रम के दौरान साधु-संतों ने सीएम योगी के सामने साफ कहा था कि अब देरी किए बिना मंदिर का निर्माण शुरू होना चाहिए, जिस तरह मस्जिद गिराई गई थी उसी तरह एक रात में मंदिर भी बनाया जा सकता है।

अयोध्या आंदोलन के बारे में उमा भारती ने कहा कि हमने अयोध्या में बहुत बड़े युद्ध को देखा है क्योंकि यह विचारधारा का युद्ध था, एक तरह से राष्ट्रवादी चिंतकों की छद्म धर्मनिरपेक्ष को चुनौती थी। उन्होंने कहा कि अब देश और प्रदेश में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है इसलिए सभी बाधाएं दूर होनी चाहिए। उमा बोलीं कि राम मंदिर निर्माण के तीन रास्ते हैं, सुप्रीम कोर्ट का फैसला, आपसी बातचीत और संविधान में परिवर्तन। लेकिन इन तीनों में सबसे महत्वपूर्ण है राष्ट्रीय संकल्प। उससे ही मंदिर का निर्माण हो सकता है।
जाने क्या कहा था योगी आदित्यनाथ ने –

हम आपको बताते चलें कि सोमवार को संतों के सामने यूपी सीएम योगी ने कहा था कि राम मंदिर का मामला समाधान की तरफ जा रहा है। अयोध्या में राम मंदिर बनकर रहेगा। समाधान की तरफ इसका रास्ता जा रहा है। योगी ने सवाल किया कि संतों को मंदिर निर्माण को लेकर संदेह क्यों हो रहा है? उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण पूरे भारत की भावना है।

















































