यूपी में सीएम योगी की ट्रिपल टी नीति का कमान है कि बहुत कम समय में प्रदेश मे कोरोना वायरस ने दम तोड़ना शुरू कर दिया है। यही वजह है कि अब जिंदगी वापस पटरी पर लौटने लगी है। इसी के चलते अन्य राज्यों की तरह अब उत्तर प्रदेश सरकार ने भी स्कूल खोलने की कवायद शुरू कर दी है। हालांकि, किसी भी राज्य में छात्रों के लिए स्कूल आना अनिवार्य नहीं किया गया है। घर से पढ़ाई में ज्यादा सहज छात्र ऑनलाइन कक्षाएं जारी रख सकेंगे। इन राज्यों में स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है।
ले रहे है पेरेंट्स की राय
जानकारी के मुताबिक, स्कूल खोलने की कवायद शुरू करने से पहले अभिवावकों के राय जानी जा रही है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पाण्डेय ने सोमवार को सभी डीआईओएस को पत्र लिख कर अभिभावकों का मत तुरंत भेजने का आदेश जारी किया है। हर स्कूल को अपने यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या, कितने अभिभावकों से बात की गई और कितनों ने स्कूल खोलने और न खोलने पर अपना मत दिया।
पंजाब : बोर्ड छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं शुरू
पंजाब में सोमवार से दसवीं और 12वीं के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं बहाल कर दी गईं। हालांकि, राज्य सरकार ने केवल उन शिक्षकों और कर्मचारियों को स्कूल आने की अनुमति दी है, जिन्हें कोविड-19 टीके की दोनों खुराक हासिल हो चुकी है। यही नहीं, स्कूलों के लिए बच्चों की उपस्थिति को लेकर अभिभावकों की लिखित अनुमति लेना अनिवार्य किया गया है। स्कूल में छात्रों और स्टाफ के लिए हर समय मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा। प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग के साथ-साथ सैनेटाइजर की व्यवस्था करना अनिवार्य रहेगा। एक डेस्क पर सिर्फ एक ही छात्र बैठ सकेगा।
गुजरात : 50 फीसदी उपस्थिति रखने का आदेश
गुजरात में सोमवार से नौवीं, दसवीं और 11वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए गए। 12वीं के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं 15 जुलाई को ही बहाल की जा चुकी हैं। स्कूल प्रबंधन को 50 फीसदी उपस्थिति के साथ कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया गया है। प्रवेश के समय थर्मल स्क्रीनिंग के अलावा छात्रों और स्टाफ का हर समय मास्क पहने पहने और सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल करना अनिवार्य है। हालांकि, छात्रों पर स्कूल आने की बाध्यता नहीं है। उन्हें बुलाने के लिए स्कूल प्रबंधन का माता-पिता की लिखित अनुमति हासिल करना जरूरी है। घर से पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी।
मध्य प्रदेश : अभिभावकों की अनुमति से मिलेगा प्रवेश
मध्य प्रदेश में कोविड अनुकूल व्यवहार के अनुपालन के साथ सोमवार से 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए गए। हालांकि, छात्रों को अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद ही स्कूल में प्रवेश मिलेगा। यही नहीं, जो छात्र घर से पढ़ाई में ज्यादा सहज हैं, उनके लिए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी। स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के तहत मध्य प्रदेश में 12वीं के छात्रों के लिए सोमवार और गुरुवार को ऑफलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी। वहीं, 11वीं के छात्रों के लिए मंगलवार और शुक्रवार का दिन निर्धारित किया गया है। राज्य में पांच अगस्त से नौवीं और दसवीं की कक्षाएं भी शुरू करने की तैयारी है।
ओडिशा : तीन महीने बाद क्लास में लौटे छात्र
ओडिशा में सोमवार को लगभग तीन महीने बाद दसवीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिए गए। हर स्कूल में एक ‘आइसोलेशन रूम’ स्थापित किया गया है। इसमें उन छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ को रखा जाएगा, जिनमें कोरोना संक्रमण से मिलते-जुलते लक्षण उभरते हैं। स्कूल में मौजूद सभी लोगों का मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है। हर क्लास में सैनेटाइजर की व्यवस्था करने को कहा गया है। यही नहीं, छात्रों को एक-एक सीट छोड़कर बैठाने का निर्देश है। छात्रों और स्टाफ को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही स्कूल परिसर में प्रवेश मिलेगा। छात्रों को खाने-पीने की चीजें साथ न लाने की सलाह दी गई है।
आंध्र प्रदेश
-16 अगस्त से 50 फीसदी उपस्थिति के साथ ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की, छात्रों को एक-एक दिन छोड़कर स्कूल बुलाने की है योजना
-एक जुलाई से हर दूसरे दिन स्कूल जा रहे शिक्षक, जिन छात्रों को ऑनलाइन कक्षा में पाठ समझने में परेशानी हो रही, उन्हें स्कूल जाकर पूछने की छूट
महाराष्ट्र
-15 जुलाई से उन ग्रामीण इलाकों में आठवीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खुले, जिनमें बीते एक महीने में कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया है
-कक्षा में 15 से 20 छात्रों को ही बैठाने की इजाजत, छात्रों-स्टाफ के लिए हर समय मास्क पहनना अनिवार्य, समय-समय पर तापमान जांचते रहने का भी निर्देश
हरियाणा
-16 जुलाई से नौवीं से 12वीं, जबकि 23 जुलाई से छठवीं से आठवीं तक के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं बहाल हुईं, अभिभावकों की लिखित अनुमति दिखाने वाले छात्रों को ही मिल रहा प्रवेश
-छात्रों को एक-एक दिन छोड़कर बुलाया जा रहा, खाना-पानी और पाठन सामग्री साझा करने पर पाबंदी, नाम वाली सीट पर ही बैठ सकते हैं छात्र, मास्क लगाना और सामाजिक दूरी पर अमल करना जरूरी है।
हिमाचल और छत्तीसगढ़ में भी तैयारी
-कोरोना के कहर में कमी को देखते हुए हिमाचल सरकार ने दो अगस्त से दसवीं से 12वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोलने का ऐलान किया है। यही नहीं, पढ़ाई से जुड़ी समस्याएं हल करने के लिए पांचवीं और आठवीं के बच्चे के भी स्कूल जा सकेंगे। वहीं, छत्तीसगढ़ में भी दो अगस्त से कक्षा 12 के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं बहाल हो जाएंगी। हालांकि, सिर्फ वही छात्र स्कूल जा सकेंगे, जिनके पास अभिभावकों की लिखित अनुमति होगी। दोनों राज्यों में सभी स्कूलों के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य रहेगा।
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