आगरा के डाक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां पर कई सालों से छात्रों को डिग्रियां दी ही नहीं जा रही हैं। वे इसके लिए छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन के हर चौखट पर गुहार लगा रहे हैं। पर कहीं से छात्रों को अपने परिश्रम का परिणाम नहीं मिल रहा है।
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विश्वविद्यालय में अभी एक नया मामला सामने आया है। यहां अब मार्कशीट और डिग्री में श्रेणी ही बदल दी गई। एक में प्रथम और दूसरे में द्वितीय श्रेणी घोषित कर दिया गया। इसे मामले को लेकर विश्वविद्यालय फिर चर्चाओं में है।
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की एक और गड़बड़ी सामने आई है। वर्ष 2012 में पूनम नाम की छात्रा ने माता भगवती देवी गर्ल्स डिग्री कॉलेज, आंवलखेड़ा से बीए की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी। छात्रा ने प्रोविजनल डिग्री के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया। 40 जुलाई को छात्रा की ई-मेल आईडी पर प्रोविजनल डिग्री भेजी गई।
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हाथ से डिग्री पर छात्रा को द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण लिखा गया था। वह प्रोविजनल डिग्री देख परेशान हो गई। विश्वविद्यालय पहुंची और एक छात्र नेता की मदद से कुलसचिव केएन सिंह के पास पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने डिग्री विभाग में प्रमाणपत्र भेजकर संशोधन कराया।
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