उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कोरोना आपदा में रोजगार के अवसर पैदा कर वो रिकॉर्ड बना डाला जो 29 मुख्यमंत्री नहीं कर पाए. आंकड़ों के मुताबिक महामारी काल में योगी आदित्यनाथ सरकार ने 23 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मुताबिक उत्तर प्रदेश MSME के जरिये रोजगार देने वाले राज्यों में टॉप 5 में शुमार हुआ है. कोरोना काल में 5.81 लाख नई इकाइयां खड़ी हो गईं, जिन्होंने 23.26 लाख लोगों को रोजगार दिया है.
23 लाख से अधिक को रोजगार
कोरोना काल में योगी सरकार ने 5.81 लाख नई इकाइयां खड़ी की हैं, जिनमें 23 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया गया. कोरोना आपदा काल में 40 लाख प्रवासी श्रमिकों और 23 करोड़ आबादी के लिए सरकार ने सुविधाएं मुहैया कराईं. देश भर में इतने ज्यादा लोगों को व्यवस्थाएं देने वाले राज्यों में यूपी पांचवें स्थान पर है.
योगी ने आपदा में दिए रोजगार अवसर
जब सभी राज्य संक्रमण काल से गुजर रहे थे, तब प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर पैकेज योजना से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले को लाभ पहुंचाना शुरू कर दिया है. प्रदेश में कुल 5,81,671 नई इकाइयां शुरू हुईं , जिसमे कुल 23,26,684 लोगों को रोजगार दिया गया. 2,57,348 श्रमिक ऐसे हैं, जिन्हें पहले से चल रहीं 8,07,537 इकाइयों में ही रोजगार मिल गया, जबकि 5,81,671 नई इकाइयां बनीं, जिनसे कुल 23,26,684 लोगों को रोजगार दिया गया. दूसरे राज्यों से लौटे लगभग 40 लाख प्रवासी श्रमिकों का स्किल मैपिंग अभियान चलाया गया. उनकी स्किल के मुताबिक उन्हें रोजगार दिया गया. आंकड़ों के अनुसार रियल एस्टेट के जरिये 1,14,466 प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मिला.
ODOP बनी गेमचेंजर
रोजगार सृजन के मामले में योगी सरकार की ओडीओपी यानि ‘एक जनपद एक उत्पाद योजना’ ने शानदार परफॉर्मेंस दिया. बड़े जिलों के साथ जौनपुर, एटा, पीलीभीत, मिजार्पुर और प्रतापगढ़ जैसे छोटे जिले भी ओडीओपी योजना के चलते रोजगार के नए केंद्र बने. रोजगार सृजन के मामले में यूपी ने राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली और पंजाब जैसे राज्य भी यूपी से पीछे ही रहे.
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