देश में राफेल सौदे को लेकर सियासत गरम है। राफेल मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने करारा जवाब दिया है। जेटली ने हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस राफेल कीमतों को लेकर झूठ बोल रही है। उन्होने कहा कि कांग्रेस हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया।
सर्जरी के बाद पहली बार इंटरव्यू देते हुए जेटली ने कहा ‘राफेल सौदे पर ये आरोप प्राइमरी स्कूल में डिबेट की तरह है। मैं 500 कुछ का भुगतान कर रहा था और आपने 1600 कुछ दिए। इस तरह की बहस से पता चलता है कि राहुल में कितनी कम समझ है।
जेटली ने कहा कि राहुल गांधी ने खुद अपने भाषण में 2007 के राफेल सौदे को लेकर सात बार अलग-अलग कीमतें बताई हैं। राहुल गांधी ने जयपुर में दिए एक ही भाषण में 520 करोड़ और 540 करोड़ रुपये का दाम बताया। यही नहीं हैदराबाद में उन्होंने 526 करोड़ रुपये कीमत बता दी। जेटली ने कहा कि इस तरह अलग-अलग आंकड़े बताने से ही उनके बयानों की सच्चाई पता चलती है।
#WATCH FM Arun Jaitley says, "Every fact that they (Congress) have said on pricing is factually false. Mr Rahul Gandhi himself has given 7 different prices in different speeches with regard to the 2007 Rafale offer." #FMtoANI pic.twitter.com/zqEbAc7xOh
— ANI (@ANI) August 29, 2018
जेटली ने आगे कहा कि 2015 से 2016 के बीच राफेल की कीमतों को लेकर कई बार बातचीत की गई। मुद्रा बदलाव के साथ एयरक्राफ्ट के दाम में 9 फीसदी की कमी आई। क्या कांग्रेस को इसकी जानकारी है।
अरुण जेटली ने आगे कहा कि कांग्रेस को ये समझना चाहिए कि वो लोगों को लंबे समय तक बेवकूफ नहीं बना सकती है। यह एक सरकार और दूसरे सरकार के बीच समझौता है। इस समझौते का ऑफसेट से लेना देना नहीं है। सरकार 36 फुली लोडेड विमानों की खरीद करेगी इसका किसी प्राइवेट पार्टी से संबंध नहीं है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि वो कम से कम दो बार इस बात को दोहरा चुके हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कब इस बात को समझेंगे कि आखिर कब, कहां कितना बोलना है। क्या आप बेसिक एयरक्रॉफ्ट की कीमत को लोडेड एयरक्रॉफ्ट की कीमत से तुलना कर सकते हैं। क्या आप सामान्य एयरक्रॉफ्ट की तुलना वेपनाइज्ड एयरक्रॉफ्ट से तुलना कर सकते हैं।
राहुल का घेराव करते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर राहुल राष्ट्रपति मैक्रॉन के कथन को गलत तरीके से कोट करने की सीमा को पार कर सकते हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने आपको आगाह किया कि इस सौदे में कोई गोपनीयता क्लॉज नहीं है, तो फ्रांसीसी सरकार ने इसे इन्कार कर दिया है। भारत सरकार ने संसद में गोपनीयता कारण दिखाया और फिर आप पलटी मारते हैं और कहते हैं- होगा पर मैं नहीं मानता।’
गौरतलब है कि राहुल गांधी राफेल सौदे के मुद्दे पर लगातार मोदी सरकार को निशाना बना रहे हैं। राहुल का कहना है कि मौजूदा सरकार राफेल विमानों के लिए यूपीए सरकार में तय कीमत से कहीं अधिक मूल्य चुका रही हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार ने इस सौदे में बदलाव सिर्फ एक उद्योगपति को फायदा पहुंचाने के लिए किया है।