दीवाली 2020: घर में ना लाएं ऐसी गणेश जी की प्रतिमा, वरना हो सकती हैं दिक्कतें

आज छोटी दीवाली है, लोग बाजारों में शॉपिंग के लिए निकले हुए हैं। बाजारों की रौनक इस समय देखने लायक होती है। दीवाली के दिन ही लोग घर और दुकान के लिए गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा खरीदते हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि गणेश जी की कैसी मूर्ति लाने से आपको लाभ हो सकते हैं और कैसी मूर्ति आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं गणेश जी की मूर्ति में उनकी सूंड का काफी महत्व है। इसी के चलते इस बारे में हम आपको जानकारी दे रहे हैं।


इन बातों का रखें ध्यान

दाई��� की ओर सूंड वाले गणेश जी – ऐसे गणेशजी को हठी स्वभाव का माना जाता है। इनकी प्रतिमाओं को घरों और ऑफिस में स्थापित नहीं किया जाता है। इन्हें मंदिरों में स्थापित की जाती है। आमतौर पर दाएं हाथ की सूंड वाले गणेशजी को तंत्र विधि से पूजा जाता है। साथ ही दक्षिण दिशा में यमलोक है, जहां पाप-पुण्य का हिसाब रखा जाता है. इसलिए इसे अप्रिय माना जाता है। इनकी पूजा-पाठ आसान नहीं है। ऐसे गणेशजी की पूजा में किसी भी प्रकार की गलती नहीं होनी चाहिए।


बाएं हाथ की ओर सूंड वाली मूर्ति के लाभ – घर ऑफिस में सिंहासन पर बैठे हुए गणेशजी की बाएं हाथ की ओर सूंड वाली प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। इनकी पूजा से घर में सुख-शांति व समृद्धि आती है। इससे शिक्षा, धन प्राप्ति, व्यवसाय, उन्नति, संतान सुख, विवाह, सृजन कार्य और पारिवारिक खुशहाली प्राप्त होती है. साथ ही घर के मुख्य द्वार पर गणेशजी की मूर्ति या तस्वीर लगाना शुभ होता है। यहां बायीं ओर घूमी हुई सूंड वाले गणेशजी की स्थापना करना चाहिए। बायीं ओर घूमी हुई सूंड वाले गणेशजी विघ्नविनाशक कहलाते हैं। इससे नकारात्मकता,  लाएं, विपदाएं या नेगेटिव एनर्जी दूर होती हैं।


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