रामपुर की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर चल रही जांच-पड़ताल के खिलाफ यूनिवर्सिटी के चांसलर और संस्थापक आजम खान ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आजम खान ने कहा कि ये जमीन हमारी है, हमारे पास 800 एकड़ की जमीन का लैंड यूज चेंज्ड का सरकार का आदेश है। आजम खान ने कहा कि बावजूद इसके हमारी जमीन पर जिलाधिकारी एक्ट के तहत तकरीबन आठ लाख रुपए प्रतिमाह का जुर्माना लगाया गया है।
आजम खान ने डीएम पर कसा तंज
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर आजम खान ने कहा कि अगर देश में निजी संस्थान के दरवाजे बंद कर दें तो शायद हिंदुस्तान शैक्षिक पिछड़ेपन में दुनिया में सबसे आगे होगा। उन्होंने कहा कि 1947 से लेकर आज तक सरकारों का शैक्षिक संस्थानों में कितना योगदान रहा है यह किसी से छिपा नहीं है, जबकि सरकारों का संवैधानिक दायित्व है कि प्रत्येक नागरिक को शिक्षा दें।
Also Read: CM योगी पर की आपत्तिजनक टिपण्णी, आरोपी पीर मोहम्मद गिरफ्तार
आजम खान ने कहा कि हमने आपको सारे सबूत दिखा दिए हैं और हमारे पास 800 एकड़ की जमीन का लैंड यूज चेंज्ड का सरकार का आदेश है, जबकि मीडिया से ये कहा गया कि लैंड यूज चेंज नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर लैंड यूज चेंज नहीं होगा तो विकास कैसे होगा ?
Also Read: मेरठ: 12 साल की मासूम से मदरसे में दुष्कर्म, मौलवी गिरफ्तार
वहीं, डीएम पर तंज करते हुए आजम खान ने कहा कि मॉल बनाना, बिल्डिंग्स बनाना, सड़कें बनाना विकास का काम नहीं है, अगर ये विकास का काम नहीं है तो विकास का काम क्या है? चांसलर आजम खान ने कहा कि मुझे तकरीबन 4 करोड़ का सेस भेजा गया है और तकरीबन 8 लाख रुपये प्रतिमाह का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने कहा कि यह जुर्माना जिलाधिकारी एक्ट में लगाया गया है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )