कुछ दिन पहले ही वाराणसी (Varanasi) जिले में महिला ट्रेनी आरक्षियों ने ये कह कर हंगामा कर दिया कि उनके साथ वहां बदसलूकी की जाती है, छेड़खानी भी होती है. इस मामले में जांच के बाद डीजीपी के निर्देश पर चार महिला सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया.
पांच जून को जमकर मचा था बवाल
इस मामले की जानकारी देते हुए डीजीपी ओपी सिंह के प्रवक्ता ने बताया कि बीती पांच जून 2019 को ये प्रशिक्षु महिला सिपाही वाराणसी (Varanasi) में पुलिस लाइंस के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर सड़क पर आकर धरने पर बैठ गई थीं.
डीजीपी ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए जांच कराकर सख्त विधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इस आदेश पर एसएसपी वाराणसी (Varanasi) ने जांच कमेटी का गठन किया.
इस जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि महिला प्रशिक्षु सिपाही कुमारी दुर्गेश, कुमारी अनामिका सिंह, डौली कुमारी व कुमारी करिश्मा सिलेक्शन के बाद वाराणसी भेजी गयीं थी. जिन्होंने पांच जून को धरना देने के लिए सबको तैयार किया था.
चारों ट्रेनी महिला सिपाही फैला रहीं थी अफवाह
इन प्रशिक्षु महिला सिपाहियों ने प्रशिक्षण अवधि के दौरान मात्र 3-4 दिन के अंदर ही अत्यंत साधारण समस्याओं व अफवाहों के कारण प्रशिक्षण के सामान्य नियमों का उल्लंघन करते हुए सड़क जाम करने जैसी अनुशासनहीनता की. जिसके बाद ये डीजीपी ने सख्त आदेश देते हुए चारों को बर्खास्त करने का फैसला किया.
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