उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था के मामले में सख्त रुख अपना लिया है। उन्होंने कुशीनगर और गोरखपुर की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कोई भी अपराधी चाहे कितने ही रसूख वाला क्यों न हो, उसे बक्शा नहीं जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों को भी सख्त हिदायत दे डाली।
पुलिसकर्मी को भेदभाव करना पड़ेगा भारी
सीएम योगी ने सड़क, चौराहों पर स्टैंड के नाम पर अवैध वसूली के खेल को बंद करने की बात कही है। साथ ही प्रदेश के पुलिसकर्मियों को हिदायत देते हुए कहा कि अगर किसी भी पुलिसवाले ने धर्म के आधार पर भेदभाव किया तो उसकी वर्दी उतार दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने नाबालिग बच्चियों के साथ रेप के मामलों में अपराधियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द से जल्द सजा दिलाने, भू-माफि याओं को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने, हर थाने पर एंटी रोमियो टीम गठित करने, अवैध खनन के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने, सरकारी शराब की दुकानों की आकस्मिक चेकिंग करने के निर्देश दिया।
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इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि सभी अधिकारी, जन प्रतिनिधियों की बात सुनें, उनके पत्रों पर समुचित कार्रवाई कर उन्हें इसकी जानकारी दें। साथ ही उन्होंने सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश भी दिया। मुख्यमंत्री योगी ने गड्ढामुक्त सड़क पर जोर देत हुए गोरखपुर वाराणसी मार्ग पर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
इस बैठक में बैठक में विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल, संत प्रसाद, महेंद्र पाल सिंह, शीतल पांडेय, संगीता यादव, कमिश्नर जयंत नार्लीकर, एडीजी दावा शेरपा, आईजी जेएन सिंह, डीएम के. विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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