खनन घोटाले में आरोपी बुलंदशहर के पूर्व डीएम अभय सिंह (DM Abhay Singh) के सरकारी आवास पर बुधवार को सीबीआई छापे में बरामद 49 लाख रुपए पर पत्नी माधवी की प्रतिक्रिया आई है. अपने फेसबुक पोस्ट में आईएएस की पत्नी ने मीडिया को ज्ञान देते नजर आयीं. उन्होंने टीआरपी से जोड़कर मीडिया पर सवाल उठाया है.
माधवी ने अपने पोस्ट में लिखा है, “हमारे उन शुभचिंतकों के लिए जो सुबह से शायद हमसे भी ज़्यादा परेशान हैं. बहुत-बहुत धन्यवाद सभी का इतना अपनत्व दिखाने के लिए मुझे शायद कभी अंदाज़ा नहीं लग पाता कि इतने लोगों का प्यार और अपनत्व है हमारे साथ. मुझे गर्व है कि मैं ऐसे व्यक्ति की पत्नी हूं जिसकी एक न्यूज़ चलने पर न जाने कितने लोग ऐसे परेशान हुए जैसे वो उनके घर का ही मामला हो. ईश्वर का धन्यवाद की हम आपके विश्वास को जीवित रख पाए. क्यूँकि साँच को आँच नहीं …..
माधवी आगे लिखती हैं, “उन आलोचकों का भी विशिष्ट अभार जो हमें अपनी आलोचनाओं से मानसिक तौर पे बेहद मजबूत बना रहे रहे हैं साथ ही एक संदेश कभी -कभी आँखों देखा भी सच नहीं होता ए तो मीडिया की न्यूज़ है और रही बात धनराशि मिलने की तो प्रथम दृष्ट्या कोई भी सोच सकता है ए ज़रूर लुटेरा है लेकिन ए ध्यान देने योग्य बात है की वो धनराशि कहाँ से और क्यूँ आयी इसका विवरण विधिसम्मत उन्हें उपलब्ध करा दिया गय है साथ ही ज़िलाधिकारी बुलंदशहर एक प्रतिष्ठित परिवार से सम्बंध रखते हैं तो ए सोचने योग्य विषय है ए धनराशि क्या सच में इतनी बड़ी थी की उनका परिवार उन्हें नहीं उपलब्ध करा सकता?? साथ ही मीडिया के लोगों को एक सुझाव साथ ही निवेदन है की आप लोकतंत्र के चतुर्थ स्तम्भ है न्यूज़ dikhaie लेकिन सिर्फ़ अपनी टेलिविज़न रेटिंग pointsको बढ़ाने के लिए किसी ऐसे व्यक्ति को जो वास्तव में समाज के लिए कार्य कर रहा हो अनावश्यक भ्रामक न्यूज़ न dikhaie क्या CBI द्वारा यह बयान दिया गया की ज़िलाधिकारी बुलंदशहर संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए?? यदि हाँ तो शौक़ से उछालिए और ज़्यादा प्रसन्नता के लिए हमें भी टैग कर सकते हैं अन्यथा तूल न दें”
सीबीआई को मिलीं नोटों की गड्डियां
गौरतलब है कि सीबीआई की टीम बुधवार सुबह-सुबह डीएम अभय सिंह (DM Abhay Singh) के आवास और कार्यालय पर पहुंची. यहां पर सभी लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई. गेट पर फोर्स तैनात कर दी गई. टीम ने लगभग दो घंटे तक आईएएस अभय सिंह के साथ उनके आवास पर बंद करके पूछताछ की. इस दौरान उनके घर की तलाशी की गई. तलाशी के दौरान 47 लाख रुपये कैश बरामद किए गए. नोटों की गिनती के लिए सीबीआई को मशीन मंगवानी पड़ी.
मनमाने ढंग से खनन पट्टे करने का आरोप
अभय सिंह समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार में फतेहपुर के डीएम थे. बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने सारे नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से खनन पट्टे किए. हाई कोर्ट की रोक के बावजूद लोगों को अवैध खन की रेवड़ी बांटी गई. वह मूल रूप से प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं. उन्हें लगभग पांच महीने पहले ही बुलंदशहर का डीएम बनाया गया था.
सीबीआई छापे के बाद सरकार ने भी एक्शन लेते हुए बुलंदशहर के डीएम को हटाते हुए उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया गया है. उनकी जगह आईएस रविन्द्र कुमार को जिले की कमान सौंपी गई है. इसी तरह एक अन्य आईएस विवेक और देवी शरण उपाध्याय को भी प्रतीक्षारत कर दिया है.
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