सोनभद्र नरसंहार: पीड़ितों के रिश्तेदारों से मिलीं प्रियंका गाँधी, सरकार से पूछा- इन आंसुओ को पोंछना अपराध है क्या ?

शनिवार को प्रियंका गाँधी (Priyanka Gandhi) ने सोनभद्र नरसंहार (Sonbhadra Massacre)के पीड़ितों के रिश्तेदारों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया. ये लोग प्रियंका गाँधी के आस-पास बैठे. परिजन बेहद दुखी दिखाई दे रहे थे इस दौरान वे प्रियंका से लिपट-लिपटकर रोने लगे. प्रियंका ने उन्हें हर संभव मदद का वादा किया. पीड़ितों के रिश्तेदारों ने पुलिस पर प्रियंका से मिलने से रोकने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि वे खुद अपनी टेम्पो से आये हैं उन्हें मिलने से रोकने की कोशिश की गयी. इससे पहले टीएमसी के कई नेताओं को वाराणसी एयरपोर्ट पर रोका गया है.


प्रियंका ने अधिकारियों से पूछा कि कल से मुझसे मिलने आ रहे किसी कार्यकर्ता को नहीं रोका गया तो इन पीड़ितों को क्यों रोका जा रहा है. इन्होने ऐसा क्या क्या कि इन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही थी. न पीड़ितों को यहाँ आने दिया जा रहा है और न ही मुझे वहां जाने दिया जा रहा है. यह योगी सरकार की तानाशाही नहीं है तो और क्या है?


प्रियंका गांधी ने शनिवार को एक वीडियो जारी किया जिसमें नरसंहार में मारे गए पीड़ितों के परिजन बिलख-बिलखकर रो रहे हैं. महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है. वीडियो में केवल आंसू और चीख-पुकार ही सुनाई दे रही है. कांग्रेस महासचिव ने इसे ट्वीट कर लिखा, “क्या इन आँसुओं को पोंछना अपराध है” ?


उधर दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार दोपहर को प्रेस कांफ्रेंस में यूपी के सोनभद्र हत्याकांड मामले को लेकर योगी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करना चाहती थी. भाजपा ने यूपी को अपराध प्रदेश बना दिया है, भाजपा ने दोषियों के साथ मिलकर साजिश रची है. सुरजेवाला ने कहा कि पीड़ितों से मिलने गईं प्रियंका गांधी को दो दिन से हिरासत में रखा गया है. प्रियंका को पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जा रहा है.


बता दें कि आज सुबह से ही कार्यकर्ताओं का आना शुरू हो गया. चुनार के गेस्ट हाउस में रात भर कार्यकर्ताओं का भी जमावड़ा लगा रहा. रात भर गेस्ट हाउस पर भीड़ कुछ कम रही. सुबह होते ही एक बार फिर भीड़ बढऩे लगी है. राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया रात तीन बजे तक यहीं रहने के बाद सुबह सात बजे फिर पहुंच गए हैं. रात ढाई बजे के बाद तक वह गेस्ट हाउस के कमरे में राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया से विचार विमर्श करती रहीं. बातचीत के दौरान ही वह गेस्ट हाउस के पिछले दरवाजे से बाहर आकर टहलने लगीं. अभी तक इस गेट पर केवल एसपीजी के जवान ही तैनात थे.


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प्रियंका को पिछले गेट से निकलकर टहलते देख जिला प्रशासन के अधिकारियों में खलबली मच गई. एसडीएम मडि़हान सुरेंद्र बहादुर सिंह ने तत्काल वहां भी फोर्स की तैनाती कराई. चुनार किला के गेस्ट हाउस में आधी रात के बाद प्रियंका गांधी को पिछले दरवाजे पर टहलते देख वहां पर मौजूद अधिकारियों की सांसें अटक गईं. वहां एसडीएम मडि़हान के निर्देश पर फोर्स की तत्काल तैनाती की गई और जवानों को विशेष निर्देश दिए गए. प्रियंका गांधी शुक्रवार रात दो बजे तक कई दौर में अधिकारियों के साथ बैठक करती रहीं.


कांग्रेस नेता पीएल पुनिया के साथ विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह तथा प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक जैसे नेता मौके पर हैं और आगे की रणनीति तय की जा रही है. शनिवार सुबह से कार्यकर्ताओं का आना-जाना जारी हो गया है. उधर गेस्ट हाउस के बाहर सैकड़ों कांग्रेसी बाहर जमे हैं. सुबह से कार्यकर्ताओं का आना जारी हो गया. कांग्रेस नेता पीएल पुनिया, अजय राय, राजेश मिश्रा, पंखुड़ी पाठक जैसे नेता मौके पर हैं और आगे की रणनीति तय की जा रही है.


INPUT- Manoj Verma


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