उत्तर प्रदेश के सरकारी विभागों में जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारियों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। यहां औरेया जिले में लेखपाल को ये तक नहीं मालूम कि मुंबई में आतंकी हमला कर कत्लेआम मचाने वाला पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब कौन है। लेखपाल साहब की लापरवाही की वजह से आतंकी अजमल कसाब के नाम पर निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया।
बिधूना तहसील के लापरवाह अधिकारियों की कारस्तानी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला औरेया जिले की बिधूना तहसील का मामला है। यहां के लापरवाह अधिकारियों ने आतंकी अजमल कसाब की फोटो लगाकर किए गए आवेदन पर निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया। हालांकि, मामला संज्ञान में आने के बाद एसडीएम ने प्रमाण-पत्र निरस्त करने के आदेश देने के साथ ही लेखपाल को जवाब तलब किया है।
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एसडीएम बिधूना प्रवेंद्र कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही त्वरित जांच कराई गई। उनका कहना है कि जांच में इस नाम पर कोई व्यक्ति उपरोक्त पते पर नहीं मिला। एसडीएम ने बताया कि प्रमाण-पत्र को निरस्त करने के लिए एनआइसी को लिखा गया है। साथ ही लेखपाल से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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अज्ञात व्यक्ति ने किया था आवेदन
सूत्रों का कहना है कि 21 अक्टूबर 2018 को किसी अज्ञात व्यक्ति ने कसाब की फोटो लगाकर आवेदन कर दिया था। ऐसे में लेखपाल की रिपोर्ट लगने के बाद एसडीएम ने निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया। इस आवेदन में कसाब के पिता का नाम मोहम्मद आमिर और मां का नाम मुमताज बेगम लिखा गया।
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बता दें कि साल 2008 में 26 नवंबर को मुंबई हुए आतंकवादी हमले में 26 विदेशी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ करीब 60 घंटे तक चली थी। इन्हीं आतंकवादियों में से अजमल कसाब भी था, जिसने मुंबई के ताज होटल में एके47 से लोगों को मौत के घाट उतारा था।
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मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के दौरान अजमल कसाब एकमात्र पाकिस्तानी आतंकवादी था, जो जीवित पकड़ा गया था। इसे चार साल तक पुणे की यरवदा जेल में रखने के बाद 26 नवंबर 2012 को ऑपरेशन एक्स के तहत फांसी पर लटका दिया गया था।
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