कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने शुक्रवार को ललितपुर (Lalitpur) में मृत किसान के घर पहुंची और परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मृतक किसान के परिवार से बातचीत कर उनका हाल जाना। नयागांव के पचास वर्षीय भोगीलाल पाल की एक उर्वरक की दुकान के बाहर लाइन में खड़े होने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी। बताया जाता है कि वह दो दिन से खाद खरीदने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
योगी सरकार पर बरसीं प्रियंका गांधी वाड्रा
प्रियंका गांधी मृतक किसान भोगीलाल पाल के घर पहुंचीं और परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की। कांग्रेस महासचिव ने किसान के घर में लगभग 40 मिनट बिताए और परिवार को आश्वासन दिया कि वह न केवल उचित मंच पर इस मुद्दे को उठाएंगी बल्कि हर संभव मदद भी करेंगी।
ललितपुर समेत पूरे बुन्देलखंड में खाद की भयंकर किल्लत है। कई किसानों की मौत हो चुकी है।
कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी ने ललितपुर में पीड़ित परिवारों से मुलाकत किया। pic.twitter.com/oixpyGn6qo
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 29, 2021
इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की कुव्यवस्था से उपजी खाद की कमी से लाइन में खड़े-खड़े किसानों की मृत्यु हो गई थी। खाद न मिलने से परेशान एक किसान ने तो आत्महत्या कर ली थी। सभी किसानों ने खेती के लिए भारी- भरकम कर्ज लिए थे और सरकार की नीतियों के चलते कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे थे। खाद न मिलना, मुआवजा न मिलना और फसल बर्बादी से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
प्रदेश सरकार किसानों की नहीं सुन रही
प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बोरियों में कम खाद मिल रही है। खाद के दाम में भी बढ़ोतरी की गई है। किसान क्या करेंगे। उनके पास बहुत सारी समस्याएं हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार उनकी नहीं सुन रही है। देश में किसान महीनों से सड़कों पर हैं। कहीं-कहीं पर तो उनको वाहनों से कुचला जा रहा है। सरकार पूरी तरह से विफल हुई है। सरकार ने किसानों को पूरी तरह से नकारा है। यह केवल 4 परिवारों की समस्या नहीं है बल्कि पूरे बुंदेलखंड की यही समस्या है।
उन्होंने अन्य किसानों से भी मुलाकात की जिन्होंने उन्हें अपनी समस्याओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उन पर भी कर्ज का बोझ है। उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड क्षेत्र हाल के हफ्तों में एक गंभीर उर्वरक संकट का सामना कर रहा है। खाद की कमी के कारण किसानों की मौत के बाद संकट घातक हो गया है।
इससे पहले ललितपुर के लिए रवाना होते समय प्रियंका गांधी ने लखनऊ रेलवे स्टेशन पर कुलियों से भी बातचीत की थी। कुलियों ने उन्हें उन चुनौतियों से अवगत कराया जिनका वे सामना कर रहे हैं और कोविड-19 महामारी के दौरान राज्य सरकार की लापरवाही के कारण उन्हें जो आर्थिक झटका लगा है, उस बारे में जानकारी दी।