उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) जिले में सहसों चौकी के पूर्व इंचार्ज भीष्ण नारायण सिंह, सिपाही राम औतार समेत आठ लोगों के खिलाफ सरायइनायत थाने में हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। कोर्ट के आदेश पर और वकील आर्शीवाद पांडेय की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है।
सूत्रों ने बताया कि आलमपुर गांव निवासी आर्शीवाद पांडेय वकालत करते हैं। उनका आरोप है कि 23 अप्रैल 2021 को उनकी कथित मां सूरज देवी ने फोन पर बताया कि तुम्हारे पिता की मौत स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में हो गई है। जब वह कसेरुआ गांव स्थित घर पहुंचे तो वहां पिता का शव देखा और मौत उसे संदिग्ध लगी। तब उनके छोटे भाई अनुज पांडेय ने पुलिस को मौके पर बुला लिया।
पुलिस देख कर कथित मां व उनके दो बेटे व रिश्तेदार घबरा गए। थोड़ी देर बाद चौकी इंचार्ज सहसों, सिपाही रामऔतार आ गए। उन्होंने मामले को रफा-दफा करने के लिए दबाव बनाया। लेकिन अधिवक्ता अपने छोटे भाई के साथ थाने पहुंचे और लिखित शिकायत देना चाहा, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें टरका दिया।
उन्होंने थाने से लेकर पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अब कोर्ट के आदेश पर सूरज देवी पत्नी लक्ष्मीदत्त पांडेय, सत्यवान, शुभम, धर्मेंद्र कुमार, जवाहिर, बोडरी देवी, भीष्म नारायण सिंह और रामऔतार के खिलाफ हत्या, साजिश रचने समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की है।
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