कहते है आज ऐसा कोई काम नहीं जो इंसान कर नहीं सकता, और जो इंसान नहीं कर सकता वो काम इंसान किसी और से करा सकता है. और ऐसा ही एक काम तुर्की के हसनकैफ शहर में देखने को मिला है जहां 4600 टन वजनी 610 साल पुरानी इयुबी मस्जिद को को दो किमी दूर विस्थापित किया गया है. मस्जिद का वजन 4600 टन होने कारण इसको खिसकाने के लिए रोबोट ट्रांसपोर्टर की मदद ली गई.
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दरअसल हसनकैफ शहर में देश का चौथा सबसे बड़ा बांध इलीसु का निर्माण किया जा रहा है ऐस में यह इतिहासिक मस्जिद को खतरा था, इस कारण यहां की प्रशासन ने इसे 2 किमी दूर कर दिया है. इस काम के लिए प्रशासन ने 310 पहियों वालो रोबोट ट्रांसपोर्ट की मदद ली. मस्जिद काफी वजनी होने के कारण इसे तीन भागों में बांटा गया उसके बाद ही यह संभव हो पाया. तीन भागों में बांटने के लिए मजदूरों को मस्जिद की दीवारें तोड़नी पड़ीं.
डूब जाएगा प्राचीन शहर
हसनकैफ शहर के मेयर अब्दुलवहाप कुसेन ने कहा कि मस्जिद के छोटे-छोटे दो भागों को कुछ समय पहले ही पार्क में शिफ्ट कर दिया गया था. शहर में करीब छह हजार गुफाएं और किला है. अब्दुलवहाप कुसेन ने बताया कि बाढ़ के पानी से ऐतिहासिक महत्व की इमारतें खराब न हों इसलिए उन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित किया जा रहा है. 1981 से एक संरक्षित शहर का दर्जा प्राप्त यह शहर इलीसु डैम के तैयार होने के बाद पानी में डूब जाएगा.