उत्तर प्रदेश के बदायूं में तैनात एक सिपाही को अब प्रशासन ने विभागीय जांच के बाद बर्खास्त कर दिया है। दरअसल, साल 2020 में छुट्टी को लेकर हुए विवाद में एसएसआई को सरकारी इंसास से गोली मारने के आरोपी सिपाही के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई हुई है। शासन के निर्देश पर एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने कार्रवाई की है। सिपाही ने पहले अपने एसएसआई को गोली मारी थी फिर खुद भी आत्महत्या का प्रयास किया था। जिसके बाद प्रशासन ने जांच बैठाई थी। अब जाकर जांच रिपोर्ट पर फैसला आया है। पुलिस लाइन में तैनात सिपाही को बर्खास्तगी का नोटिस मंगलवार को रिसीव कराया गया।
ये था मामला
जानकारी के मुताबिक, बदायूं के उझानी में तैनाती के दौरान सिपाही ललित कुमार ने चार सितंबर- 2020 को तत्कालीन कोतवाल ओमकार सिंह के सामने छुट्टी का आवेदन किया था। मौके पर मौजूद एसएसआई रामऔतार सिंह और सिपाही के बीच कहासुनी हो गई। सिपाही ललित ने सरकारी इंसास रायफल से पहले तो हवाई फायरिंग की फिर एसएसआई को निशाना बनाकर दो गोलियां दागीं। दोनों गोली एसएसआई की जांघ और कमर के नीचे लगी थीं। एसएसआई के जमीन पर गिरने के बाद सिपाही ने खुद को भी गोली मार ली थी।
घटना की प्राथमिक उस वक्त मुंशी की ओर से दर्ज की गई और इंसास को आलाकत्ल बनाकर सील कर दिया गया। पुलिस अभिरक्षा में सिपाही का इलाज हुआ और बाद में उसे जेल भेजा गया। हालांकि इसके बाद वह जमानत पर छूटा और हाइकोर्ट की शरण में गया। इसके बाद पिछले साल हाइकोर्ट के निर्देश पर वह ड्यूटी पर लौट आया और पुलिस लाइन में तैनात किया गया।
कोर्ट की शरण लेगा सिपाही
विभागीय स्तर से उच्चस्तरीय जांच भी कराई गई। जांच में अब आरोपी सिपाही के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। उस वक्त सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी जांच में अहम रहे थे। सिपाही ललित कुमार ने अपने पक्ष में कहा है कि मेरे खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई विभागीय जांच के बाद हुई है। जरूरत पड़ी तो कोर्ट की शरण लूंगा। फिलहाल मुझे बर्खास्तगी का नोटिस रिसीव करा दिया गया है। जेल से लौटने के बाद ड्यूटी करते पांच महीने हो चुके हैं। अचानक कार्रवाई ने सकते में डाल दिया है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )