उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में पुलिस की वर्दी पर दाग लगाने का काम करने वाले आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ पुुलिस अधीक्षक ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। पीड़िता ने प्रभारी निरीक्षक नंद कुमार तिवारी पर अश्लील वीडियो और मैसेज भेजने का आरोप लगाया, जिसके बाद आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ उसी कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है, जहां बैठकर वो खुद दूसरों के मुकदमे दर्ज करता था।
जांच में सच साबित हुए इंस्पेक्टर पर लगे आरोप
इस मामले में एसपी सिटी मीनाक्षी कात्यायन की जांच में तत्कालीन नगर कोतवाल नंद कुमार तिवारी पर युवती द्वारा लगाए गए अश्लील मैसेज भेजने का आरोप सच साबित हुआ है। इसके बाद निलंबन की कार्रवाई झेल रहे इंस्पेक्टर नंद कुमार तिवारी पर कोतवाली नगर में धारा 354 घ के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इंस्पेक्टर नंद कुमार तिवारी जब कुड़वार थानाध्यक्ष थे, उस दौरान अमेठी जिले के मुसाफिर खाना कोतवाली क्षेत्र की एक लड़की अपने दोस्त से धोखा खाने के बाद मुकदमा लिखाने थाने पहुंची। लड़की का आरोप है कि तत्कालीन थानाध्यक्ष नन्दकुमार तिवारी ने सहयोग के बदले उससे सम्बंध बनाने को कहा।
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एसपी ने भी देखीं इंस्पेक्टर की करतूतें
पीड़िता का कहना है कि इनकार करने के बाद इंस्पेक्टर उसे मोबाइल पर मैसेज भेजने लगे और धीरे-धीरे उस पर दबाव बनाने लगे।ऐसे में वर्दी के डर की वजह से लड़की भी उनके मैसेज का जवाब देने लगी, लेकिन हद पार करते हुए एसओ ने अश्लील मैसेज और वीडियो भेजने शुरू कर दिए और लड़की को अपने रूम पर बुलाया।
इसी दौरान नन्द कुमार तिवारी का ट्रांसफर कोतवाल नगर के रूप में हो गया, लेकिन मैसेज भेजने का उनका यह सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। इसके बाद पीड़िता ने एसपी अनुराग वत्स से मिलकर कोतवाल द्वारा भेजे गये अश्लील मैसेज और वीडियो दिखाए। एसपी ने 02 नवम्बर 2018 इंस्पेक्टर नन्द कुमार तिवारी को निलम्बित कर दिया और जांच एसपी सिटी को सौंप दी।
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