उत्तर प्रदेश के एटा (Etah) जनपद के जलेसर कस्बा स्थित छोटे मियां बड़े मिया की दरगाह परिसर (Dargah Complex) में खोदाई के दौरान शनिदेव (Shanidev) और हनुमानजी (Hanuman) की प्रतिमाएं निकली हैं। यहां पुलिस चौकी के निर्माण के लिए शुक्रवार की सुबह से खोदाई जल रही थी। मूर्तियां निकलने की सूचना पर यहां भीड़ जमा हो गई। प्रतिमाएं मिलने के बाद इनका पानी से शुद्धिकरण किया गया। शनिदेव की प्रतिमा का तेल से अभिषेक किया गया।
मजार के 10 मीटर की दूरी पर मिली प्रतिमाएं
दरगाह परिसर में बड़े मियां की मजार के करीब 10 मीटर दूरी पर ही यह खोदाई की जा रही थी। इसी दौरान जमीन में हनुमानजी और शनिदेव की प्रतिमाएं मिलीं। इसकी जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय भाजपा विधायक संजीव दिवाकर भी वहां पहुंच गए। इस दौरान ऐलान किया गया कि गाजे-बाजे के साथ प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकालने के बाद मूर्तियां दरगाह में स्थापित की जाएंगी।
शनि मंदिर तोड़कर दरगाह बनाने की जताई जा रही थी आशंका
जिला मुख्यालय से कई अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। वहीं पुरातत्व विभाग को सूचना दी गई है। पुरातत्व विभाग की टीम यहां पहुंचकर नमूने लेगे, जिससे प्रतिमाओं की प्राचीनता का पता लग सके। यहां पहले से ही ये आशंका जताई जा रही थी कि शनि मंदिर को तोड़कर दरगाह बनाई गई है।
कहा जाता था कि शनिदेव की प्रतिमा को दबा दिया गया था। अब प्रतिमा खोदाई में निकलने से शनिदेव मंदिर के अस्तित्व पर नई बहस शुरू हो गई है।
शनि भक्त ने बताई चौंकाने वाली बात
कस्बा के लोगों का मानना है कि कालांतर में इसको छोटे मियां बड़े मियां की दरगाह का नाम दे दिया गया। प्रशासन के मुताबिक शनिदेव मंदिर की बात जांच के दौरान लोगों के बयानों के आधार पर सामने आई थी। वहीं नगला घनश्याम निवासी शनि भक्त बुजुर्ग प्यारेलाल ने बताया कि किसी भी मुस्लिम इबादतगाह पर नारियल और कौड़ी नहीं चढ़ाई जाती, लेकिन शनि जात के दौरान दरगाह पर यह चीजें चढ़ाई जाती हैं। यह एक बड़ा साक्ष्य है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )