समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है. बीजेपी में शामिल होने के अखिलेश यादव के बयान पर शिवपाल ने पलटवार किया है. उन्होंने सपा प्रमुख को नादान और उनके बयान को गैर जिम्मेदाराना करार दिया है. शिवपाल ने कहा कि अगर बीजेपी में भेजना है तो मुझे निकाल देना चाहिए. शिवपाल यादव बुधवार देर शाम एक सपा कार्यकर्ता के घर शोक संवेदना व्यक्त करने इटावा पहुंचे थे, इस दौारन ही उन्होंने ये बातें कहीं.
शिवपाल यादव ने कहा, “अखिलेश यादव का गैर जिम्मेदाराना बयान है, नादानी का बयान है. समाजवादी पार्टी के 111 विधायक हैं. उनमें से एक मैं भी हूं. अगर उन्हें बीजेपी में भेजना चाहते हैं तो पहले समाजवादी पार्टी से निकाल दें,’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब समय आएगा तब वे सभी को अपने फैसले के बारे में खुद जानकारी देंगे.”
वहीं, आजम खान की जेल से रिहाई के मामले में उन्होंने कहा- ”आजम खान के साथ जुल्म हो रहा है. छोटे-छोटे केस लगाए जा रहे हैं. वह समाजवादी पार्टी के सबसे सीनियर विधायक हैं. विधानसभा में भी सबसे सीनियर विधायक हैं. वह एक बार सांसद और राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं. उनकी आवाज लोकसभा और विधानसभा में उठानी चाहिए थी. पूरा देश जानता है, प्रधानमंत्री मोदी जी नेता जी का सम्मान करते हैं. अगर समाजवादी पार्टी के लोग लोकसभा में धरने पर बैठ जाते, नेता जी को भी बैठा लेते, तो मोदी जी जरूर इस पर विचार करते.”
दरअसल, अखिलेश यादव बुधवार को मैनपुरी में एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए चाचा शिवपाल यादव के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा- ”अब अगर बीजेपी लेना चाहती है हमारे चाचा को तो ले ले जल्दी, देर क्यों कर रही है. चाचा से उनकी कोई नाराजगी नहीं है, ये बीजेपी बता सकती है, वो क्यों खुश है.” अखिलेश के इसी बयान पर अब शिवपाल का रिएक्शन आया है.
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