उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लखनऊ (Lucknow) में वीर सावरकर (Veer Savarkar) की जयंती पर ‘वीर सावरकर- जो भारत का विभाजन रोक सकते थे और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा दृष्टि’ पुस्तक का विमोचन करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद जो सम्मान वीर सवारकर को मिलना चाहिए था वो नहीं मिला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा उनका अपमान किया. अगर कांग्रेस वीर सावरकर की बात मान लेती तो देश का विभाजन नहीं होता.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद जो सम्मान सावरकर को मिलना चाहिए था वो नहीं मिला. योगी ने दावा किया कि हिंदुत्व शब्द वीर सावरकर ने दिया था. एक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावरकर की जयंती पर उदय माहुरकर और चिरायु पंडित की प्रकाशित पुस्तक ‘वीर सावरकर- जो भारत का विभाजन रोक सकते थे और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा दृष्टि’ पुस्तक के विमोचन के दौरान ये बातें कही.
सीएम योदी ने दावा किया कि अगर कांग्रेस ने सावरकर की बात मानी होती तो देश का विभाजन नहीं होता. सावरकर ने कहा था कि पाकिस्तान आएंगे-जाएंगे लेकिन हिंदुस्तान हमेशा रहेगा. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हर नागरिक को अल्पसंख्यक बहुसंख्यक की दृष्टि से देखने की जगह नागरिक के रूप में देखा जाना चाहिए.
कांग्रेस ने वीर सावरकर के इतिहास को मिटाने का काम किया
सीएम योगी ने कहा कि पहले ब्रिटिशर ने और फिर आजादी के बाद जिनके हाथ सत्ता आई उन्होंने सावरकर को मिटाने का हर संभव प्रयास किया. साथ ही कहा कि अटल सरकार में वीर सावरकर की स्मृतिका लगाई थी, उसे कांग्रेस सरकार ने हटाकर वीर सावरकर के इतिहास को मिटाने का काम किया. वीर सावरकर सभी प्रकार के गुणों से ओत प्रोत थे. एक ही जन्म में दो-दो अजीवन कारवास की सजा. जेल में बिना कागज कलम नाखूनों और बर्तनों से दीवारों पर कलाकृतियां लिखीं.
वहीं, योगी ने कहा कि आजादी के बाद वीर सावरकर को सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिला था. जबकि उनकी पैतृक संपत्ति आजादी के बाद भी वापस नहीं ली. जब उनसे कहा गया कि आजादी की लड़ाई लड़ी, लेकिन आपकी संपत्ति नहीं मिली तो वे बोले कि देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी अपनी संपत्ति के लिए नहीं. वीर सावरकर ने कहा कि जिन्ना (Jinnah) की दृष्टि संकीर्ण संकुचित राष्ट्र तोड़क है. मेरी दृष्टि संपूर्ण भारत की है. सीएम योगी ने इसके साथ कहा कि उस कालखंड में भी वीर सावरकर ने भारत की चिंता की और अपने मिशन के लिए लगातार काम किया.
यूपी के स्कूल-कॉलेजों में पहुंचेगा सावरकर का विचार
सीएम योगी ने कहा कि सावरकर के विचार इस पुस्तक के माध्यम से अब प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेजों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में पहुंचेगा. प्रदेश के शोध, इतिहास, साहित्य से जुड़े छात्र इस विचार को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने इस पुस्तक के लेखन के लिए केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर और सह लेखक चिरायु पंडित की सराहना करते हुए आभार जताया. उन्होंने कहा कि सावरकर का गोरक्षपीठ से भी गहरा संबंध है. हमारे दादा गुरू ने जब देखा कि कांग्रेस देश को विभाजन की ओर ले जा रही है तो वे सावरकर के राष्ट्रवाद के विचारों के साथ बढ़े.
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