‘आज हिंदुओं को काट डालेंगे’…कानपुर हिंसा में ‘टारगेट अटैकिंग’, नाम पूछ-पूछकर बनाया निशाना, मस्जिद से चलीं गोलियां, चश्मदीदों ने बयां किया खौफनाक मंजर

कानपुर में शुक्रवार को नमाज के बाद हुई हिंसा (Kanpur Violence) में नाम पूछ-पूछकर हिंदुओं को निशाना बनाया गया. जब एक समुदाय के लोग जबरदस्ती दुकान बंद करवा रहे थे तो विरोध करने पर जमकर पथराव किया गया. उपद्रवियों ने वहां से गुजर रहे एक रिक्शा चालक का नाम पूछा और फिर उसको घेरकर जमकर पीटा. रिक्शा चालक को अधमरा छोड़कर उपद्रवी फरार हो गए.

ये तस्वीर कानपुर के रिक्शा चालक मुकेश की है। हिंसा के दौरान सिर पर गहरी चोट आई है।

रिक्शा चालक की हालत गंभीर, नाम पूछकर की गई पिटाई
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक दंगे के दौरान वहां से मुकेश नामक व्यक्ति अपना रिक्शा लेकर गुजर रहा था. दंगाइयों की भीड़ ने उसे रोका और नाम पूछा. जैसे ही उपद्रवियों को पता चला कि रिक्शा चालक हिंदू है, उसे नीचे उतारकर जमकर मारा गया. उसके सिर पर भी वार किया गया, जिससे वह अचेत हो गया. इसके बाद उपद्रवी वहां से फरार हो गए. बाद में गंभीर रूप से घायल चालक को लोग अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी हालत क्रिटिकल बनी हुई है.

हिंसा वाले इलाके के दुकानदार चश्मदीद अभिषेक गुप्ता।

आज हिंदुओं को काट डालेंगे, मस्जिद से चलीं गोलियां 

दुकानदार अभिषेक गुप्ता ने बताया, ‘इनकी कल से ही प्लानिंग थी. जुमे की नमाज के बाद 4 से 5 हजार लोगों का जुलूस आया. एक टुकड़ी निकल गई. पीछे आ रहे लड़के बोल रहे थे कि आज इनको काट डालेंगे. पुलिस खड़ी तमाशा देख रही थी. खुद को बचाने के लिए हम लोग और यहां की महिलाएं तक लड़ीं. मस्जिद से गोलियां भी चल रही थीं.

उन्नाव के रहने वाले जुगल किशोर कश्यप भी कानपुर में हिंसा का शिकार हुए।

जुगल किशोर कश्यप ने बताया, “उन्नाव का रहने वाला हूं. किराए की गाड़ी लेकर ननिहाल आया था। जब हम आए तो इनका जुलूस निकल रहा था. हमने जैसे ही गाड़ी किनारे लगाई, पत्थर आने शुरू हो गए. गाड़ी में मेरे साथ वाइफ, बच्चे, बहू और सास भी थे। हम किसी तरह बचकर भागे, सामान भी नहीं निकाल पाए. मेरी गाड़ी तोड़ दी। पत्थरबाजों ने मेरी गाड़ी में रखे 70 हजार के जेवर और बैग भी लूट लिए”.

हिंसा में घायल हुए दो दुकानदारों की तस्वीर।

तेजाब की बोतलें, हथगोले और गोलियां चलीं, उनके हाथ में काली पट्टी थी

सड़क पर दो घायल खड़े 2 दुकानदारों ने बताया, “सबसे पहले ये भीड़ तेजबाग में इकट्ठी हुई फिर हमें जानकारी लगी कि नमाज के बाद यतीमखाने चौराहे पर बवाल हुआ है. शुरुआत में कुछ लोगों की भीड़ आई और गालियां देते हुए हमसे दुकाने बंद कराईं. फिर उनकी भीड़ बढ़ती गई. वो हुजूम बना कर चल रहे थे। उनके हाथ में काली पट्टियां थीं”.

दुकानदारों के साथ खड़े सभी लोगों ने कहा, “दंगाइयों ने तेजाब की बोतलें चलाईं, हथगोले चलाए, फायरिंग भी की. यहां के SO साहब एक घंटा बाद आए, हमसे बोले तुम लोग ना बोलो और वहां से गायब हो गए. हम चुप रहे और हमें पीटा जाता रहा. पूरी घटना के दौरान पुलिस नहीं दिखी.”

दोषियों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश
वहीं कानपुर में हिंसा (Kanpur Violence) के बाद यूपी सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है, सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कानपुर हिंसा का संज्ञान लेते हुए सभी प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत दी कि प्रदेश में माहौल बिगाड़ने वालों के साथ साथ सख्ती से निपटा जाए. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी पुलिस- प्रशासनिक अधिकारियों से बात करते हुए उन्हें राज्य में कानून-व्यवस्था हर हाल में बहाल रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कानपुर के अधिकारियों को हिदायत दी कि उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए. जरूरत पड़े तो वहां पर एक्सट्रा पुलिस फोर्स लगाई जाए.

अनावश्यक बयानबाजी कर रहे लोगों पर भी हो कार्रवाई
सीएम योगी (Yogi Adityanath) ने कहा कि अनावश्यक बयानबाजी कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे लोगों के खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाए. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में किसी भी जगह सड़कों पर धार्मिक गतिविधियां आयोजित न हों. उन्होंने अफसरों को टाइम लाइन देते हुए कहा कि अगली 10 जून तक राज्य की सभी सड़कें अतिक्रमण मुक्त हो जानी चाहिए और अवैध टैम्पो स्टैंड हटा दिए जाएं. साथ ही बसों को भी उनके निर्धारित स्थान पर ही खड़ा कराया जाए.

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