Layer Shot Ads पर बवाल, ‘रेप की मानसकिता’ को बढ़ावा देने वाला बता रहे लोग

आज कल के समय में हर कंपनी टीवी पर छाने के लिए नए नए एड्स लाती रहती हैं. जिनमें काफी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल किया जाता है. पर कई बार यही क्रिएटिविटी मुश्किलों का कारण बन जाती है. दरअसल, आज हम ये बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि बॉडी स्प्रे (Body Spray) ब्रैंड लेयर के शॉट डियो ( Layer’r Shot) से जुड़े दो विज्ञापनों पर इस समय खूब विवाद हो रहा है. यह ब्रैंड Adjavis Venture Limited कंपनी का है. इन एड में डबल मिनिंग का इस्तेमाल किया गया है. लोगों का कहना है कि ये विज्ञापन बलात्कार को बढ़ावा देने वाले हैं. हालांकि बवाल बढ़ने के बाद केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने लेयर शॉट बॉडी स्प्रे के विज्ञापन पर रोक लगा दी है. आइये आपको भी बताते हैं कि क्या है ये पूरा मामला..

जानें क्या है इन एड में

जानकारी के मुताबिक, बॉडी स्प्रे शॉट के पहले एड में दिखाया गया कि एक कमरे में तीन लड़के आते हैं. उस कमरे में एक लड़का एक लड़की के साथ पहले से ही बैठा रहता है. वे दोनों एक बेड पर बैठे हुए रहते हैं. तीनों लड़के जब कमरे में आते हैं, तो लड़की सहम जाती है. उन तीनों में से एक लड़का कमरे में मौजूद लड़के से पूछता है कि शॉट तो मारा होगा. इस बात से वहां मौजूद लड़की गुस्सा जाती है. तब लड़का जवाब देता है कि हां मारा है. इसके बाद वे लड़के कहते हैं कि अब हमारी बारी है.

लेयर के शॉट बॉडी स्प्रे के दूसरे वायरल वीडियो में चार लड़के एक स्टोर में दिखाई देते हैं. वे स्टोर में उस जगह जाते हैं, जहां परफ्यूम रखे होते हैं. वहां, पहले से एक लड़की मौजूदा होती है. साथ ही शॉट का एक शीशी भी रखी होती है. तभी लड़के बात करते हैं कि हम चार है और यहां सिर्फ एक है, तो शॉट कौन लेगा. तभी लड़की पीछे मुड़ती है और वह उन लोगों की बातों से डरी हुई दिखाई देती है. लड़की के चेहरे पर गुस्सा भी दिखता है. उसे लगता है कि वे लोग उसके बारे में बात कर रहे थे.

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने की ये मांग

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी इस विज्ञापन को लेकर अपना एतराज जताया है. मालीवाल ने कहा है कि विज्ञापनों को बंद किया जाना चाहिए और इस कंपनी पर कठोरतम जुर्माना लगाया जाना चाहिए. दिल्ली पुलिस और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को बिना समय बर्बाद किए इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने इसको लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर को पत्र भी लिखा है. स्वाति मालीवाल ने पत्र में कहा कि इस तरह के विज्ञापन सामूहिक बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देते हैं. इस विज्ञापन को लेकर चौतरफा विवाद के बाद आखिर इस पर रोक लगाई गई है.

ट्विटर पर लोगों ने पूछे सवाल

ट्विटर पर कई यूजर्स ने ब्रांड को डरावना होने और बलात्कार को बढ़ावा देने वाला बताया. एक यूजर ने लिखा, “इस तरह के विज्ञापनों को कैसे मंजूरी मिलती है, बीमार और पूरी तरह से घृणित. एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा क्या @layerr_shot विकृतियों से भरा है?”

एक और यूजर ने लिखा कि “@layerr_shot इन विज्ञापनों को वापस लो. ये बलात्कार की संस्कृति को दिखाता है. सोनी लिव कृपया इन विज्ञापनों का प्रसारण बंद कर दें,”

एक यूजर ने लिखा कि “जिस किसी ने भी नए लेयर शॉट विज्ञापनों के बारे में सोचा, लिखा, निर्मित, अभिनय किया और उन्हें मंजूरी दी, आप में से हर एक पर शर्म आती है.”

एक अन्य यूजर मोनिका मनचंदा ने लिखा, “विज्ञापनों के लिए कुछ नियम होने चाहिए. शॉट डीओ विज्ञापन वास्तव में घृणित है. हालांकि मुझे पता था कि ये एक विज्ञापन था और ऐसा नहीं होगा. मुझे सेकंड के लिए लगा कि डर सच था. लाखों महिलाओं के डर पर एक विज्ञापन बनाने की कल्पना करें.”

विज्ञापन पर लगी रोक

हालांकि बवाल बढ़ने के बाद केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने लेयर शॉट बॉडी स्प्रे के विज्ञापन पर रोक लगा दी है. विज्ञापन की सोशल मीडिया पर भारी आलोचना और कई महिला संगठनों की ओर से इस पर रोक की मांग के बाद शनिवार को मंत्रालय ने एड के सस्पेंशन के ऑर्डर दिए हैं. साथ ही विज्ञापन कोड के मुताबिक जांच और कार्रवाई की बात कही.

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )