कौशांबी: कांस्टेबल ने महिला सिपाही से किया दुष्कर्म, फिर कराया गर्भपात, शिकायत करने पर पीड़िता ही सस्पेंड

यूपी पुलिस के जवान महिला सुरक्षा दावा करते हैं. पर कई मामलों में कुछ जवान खुद ही इन शब्दों की गरिमा का पालन नहीं कर पाते. मामला कौशांबी जिले का है, जहां तैनात एक कांस्टेबल ने पहले तो शादी का झांसा देकर महिला सिपाही से जबरदस्ती की और जब को प्रेगनेंट हुई तो उसका गर्भपात करा दिया. वो शादी की बात को लगातार टालता रहा. जब महिला सिपाही ने इसका विरोध करना शुरू किया तो उसे मारा-पीटा व जान से मारने की कोशिश की. बड़ी बात ये है कि, जब महिला सिपाही ने अफसरों से मामले की शिकायत की तो पीड़िता को सस्पेंड कर दिया गया. हालांकि अफसरों ने मामले में अलग ही बयान जारी किया है.

ये था मामला

अमर उजाला अखबार की खबर के मुताबिक, पीड़िता 2021 में कौशाम्बी में नियुक्त हुई. इस दौरान वहां मेस प्रभार देख रहे आरक्षी से मुलाकात हुई. इसके बाद सिपाही करीबी बढ़ाकर वह उससे बातचीत करने लगा और फिर शादी का झांसा देकर कई बार संबंध भी बनाए. गर्भवती होने पर मंझनपुर स्थित अस्पताल में ले जाकर गर्भपात करवा दिया. शादी की बात करने पर आरोपी उससे बड़े भाई की शादी तक इंतजार करने का आश्वासन देता रहा. सितंबर में वह दोबारा गर्भवती हुई तो आरोपी ने फिर गर्भपात कराने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी.

बीती आठ सितंबर की रात एक बजे फोन से तबियत खराब होने का बहाना बनाकर उसे पुलिस लाइन स्थित अपने क्वार्टर पर बुलाया. वहां पहुंचने पर एक महिला सिपाही के साथ मिलकर उसे मारापीटा. शोर मचाने पर आसपास के लोग दौड़े तो दोनों भाग निकले. दहशत के चलते रात भर वह वहीं पड़ी रही.

बड़ी मुश्किल से वहां से निकल कर महिला सिपाही ने एसपी से जाकर शिकायत की. वहां कार्रवाई की बजाय उसे ही डांटा गया और फोन भी छीनकर महिला थाने भेज दिया गया. दवा दिलाई गई लेकिन शिकायत के बावजूद मेडिकल नहीं कराया गया. इसके बाद माता-पिता को बुलवाकर उनके सामने भी जलील किया गया और महिला थाना एसएचओ से पिटवाया गया.

एसपी ने आरोपों को बताया गलत

इतना ही नहीं बर्खास्तगी की धमकी देकर जबरन मां-बाप के साथ घर भेज दिया गया. 17 सितंबर को फोन से सूचना देकर बयान के लिए बुलाया गया और रात में दो बजे फोन कर बताया गया कि उसे प्रयागराज संबद्ध करते हुए रवानगी कर दी गई है. मजबूरन 18 को उसने प्रयागराज में आमद करा ली. यही नहीं उसे निलंबित भी कर दिया गया. हालांकि मामले में कौशाम्बी एसपी हेमराज मीणा ने आरोपों को गलत बताया. उनका कहना है कि कोई तहरीर नहीं मिली है.

Also Read : अंबेडकरनगर: मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी गोतस्कर एकलाख गिरफ्तार, गोली लगने से सिपाही घायल

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )