उत्तर प्रदेश के बांदा (Banda) जनपद की पुलिस लाइन (Police Line) में स्थित एक पुरानी बैरक अचानक ढहने से उसमें रह रहा एक सिपाही मलबे की ढेर में दब गया। आनन-फानन में उसे मलबे से निकालकर इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सिपाही को मृत (Constable Death) घोषित कर दिया।
एसपी ने आरआई को दिये थे बैरक ध्वस्त कराने के निर्देश
कहा जा रहा है कि पुलिस लाइन स्थित एक बैरक जर्जर हालत में थी। कुछ दिन पहले ही एसपी ने निरीक्षण के बाद इस बैरक को देखकर पुलिस लाइन के आर आई को निर्देश दिए थे कि इसे ध्वस्त करा दिया जाए और इसमें किसी पुलिसकर्मी रहने न दिया जाए। इसके बाद भी आरआई ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
वहीं, पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते बैरक रात को लगभग 2 बजे अचानक ढह गई। घटना के समय बैरक में और कितने पुलिसकर्मी थे, अभी इस बारे में पुलिस द्वारा किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई। लेकिन कानपुर देहात निवासी सोने लाल यादव बैरक के मलबे में सोते समय दब गया। बैरक गिरने की जैसे ही जानकारी पुलिस महकमे को हुई वैसे ही हड़कंप मच गया।
जेसीबी मशीनों से हटवाया गया मलबा
आसपास की पुलिस चौकियों व थाने से पुलिस फोर्स को बुला लिया गया और चार जेसीबी मशीनों के जरिए आनन-फानन में बैरक का मलवा हटाया गया। पुलिस को इस बात की आशंका थी की बैरक में और पुलिसकर्मी दबे हो सकते हैं, लेकिन मलवा हटाने के बाद कोई दूसरा पुलिसकर्मी नहीं पाया गया।
दूसरी तरफ पुलिस की ओर से कोई अधिकारिक बयान भी जारी नहीं किया गया। इस बीच घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ट्रामा सेंटर में कार्यरत डॉ आकाश ने बताया कि 1 पुलिसकर्मी को घायल अवस्था में पुलिस लाइन से लाया गया था और बताया गया था कि बैरक गिरने से मलबे में दब गया था। जांच के बाद उसे मृत घोषित किया गया।
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