उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) जनपद में बेटे चेतन कुमार की हत्या की चश्मदीद सावित्री की हत्या करने वाले सुजीत जाट को पुलिस ने एनकाउंटर (Sujeet Jat Encounter) में ढेर कर दिया था। वहीं, सुजीत जाट के परिजनों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज करने के लिए मेरठ एडीजे-16 कोर्ट में अर्जी लगाई थी। इस पर कोर्ट ने 26 पुलिसकर्मियों व वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य सहित 30 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। मीतन वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं।
ये है पूरा मामला
आरोप है कि कई वर्ष पहले हसनपुर-रजापुर निवासी सुजीत ने मीतन की मां सावित्री और भाई चेतन उर्फ भूरा की हत्या कर दी थी। मीतन की तरफ से पैरवी कर रहे उसके बहनोई बब्लू की भी हत्या हो गई थी। कई लोग इन हत्याकांड में जेल में बंद थे। वर्ष 2018 में तत्कालीन थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने सुजीत को मुठभेड़ में मार गिराया था।
सुजीत ने अपने साथियों के साथ बेटे चेतन कुमार की हत्या में चश्मदीद सावित्री देवी को सरेआम मार दिया था। इसका वीडियो भी प्रसारित हुआ था। इस प्रकरण में जेल में बंद जगवीर के पुत्र सुमित ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को जानकारी दी थी। कोर्ट ने दिए आदेश अब इस मामले में कोर्ट ने आदेश दिए हैं। बताया गया कि वर्ष 2018 में सुजीत अपने दो साथियों के साथ जिला शामली पहुंचा था। वहां पर तत्कालीन थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार व तीन-चार पुलिसकर्मी सादी वर्दी में पहुंचे थे।
सुजीत को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर सरूरपुर थाना क्षेत्र में लाया गया। वहां पहले से तत्कालीन सीओ, एसपी देहात व एसएसपी मौजूद थीं। वहां सभी ने सुजीत के साथ मारपीट की और मीतन, रवि के साथ षड़यंत्र रचकर पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ कर दी गई। इस मामले में कोर्ट ने तत्कालीन एसओ धर्मेंद्र सिंह समेत 30 पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।