Gorakhpur Link Expressway: जहां सड़क बनाना ही कठिन था वहां योगी सरकार ने बना दिया एक्सप्रेसवे

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए, योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway) का निर्माण लगभग पूरा कर लिया है। यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से आजमगढ़ के बीच चार जिलों से गुजरता है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक बनकर उभरा है। 91.35 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे से गोरखपुर क्षेत्र का लखनऊ, आगरा और दिल्ली से तेज और सुगम कनेक्टिविटी स्थापित हो रही है।

98% कार्य पूरा, वाहनों का आवागमन शुरू
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का 98 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और अब इस पर वाहनों का आवागमन भी शुरू हो गया है। 23 दिसंबर तक प्राप्त अद्यतन जानकारी के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर मेन कैरिजवे में क्लियरिंग और ग्रबिंग का काम 100 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसके साथ ही, मिट्टी का काम भी पूरा किया जा चुका है। प्रस्तावित 343 संरचनाओं में से 337 का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है, और शेष कार्य तेजी से किया जा रहा है।

चुनौतियों से भरा निर्माण कार्य
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण में कई चुनौतियाँ थीं, विशेष रूप से गोरखपुर जिले के लो लैंड इलाकों में इसका निर्माण करना। यहां हर साल सामान्य सड़कों को भी क्षति पहुंचती थी, लेकिन सीएम योगी के निर्देश पर प्रशासन ने इस मुश्किल को सफलता से हल किया। मिट्टी भराई की चुनौती का समाधान निकाला गया, और अब एक्सप्रेसवे की हालत पूरी तरह से स्थिर और तैयार है।

गोरखपुर से लखनऊ महज 3.5 घंटे में
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद, अब गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने में महज साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा, जबकि इससे पहले यह यात्रा काफी लंबी और समय लेने वाली थी। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे दिल्ली और आगरा तक के शानदार यात्रा मार्गों से भी जुड़ा है, जिससे लोगों को सुविधाजनक और तेज यात्रा का अनुभव मिलेगा।

आर्थिक और सामाजिक विकास की नई दिशा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण क्षेत्रीय विकास को गति देने का काम करेगा। यह एक्सप्रेसवे कृषि, वाणिज्य, उद्योग, और पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देगा। साथ ही, इसके दोनों तरफ एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी विकसित किया जा रहा है, जिससे राष्ट्रीय राजधानी से जुड़े विकास केंद्रों, उत्पादन इकाइयों और कृषि क्षेत्रों का समग्र आर्थिक विकास होगा।

पर्यावरणीय लाभ
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से वाहनों के ईंधन की खपत में कमी, समय की बचत और पर्यावरणीय प्रदूषण में भी कमी आएगी, जो कि राज्य सरकार की हरित विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

कुल मिलाकर योगी सरकार का यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा, जिससे न केवल यातायात की स्थिति सुधरेगी, बल्कि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और सामाजिक समृद्धि को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

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