आकाश आनंद को बसपा में मिलने जा रही बड़ी जिम्मेदारी! मायावती ने कहा- भतीजे का बढ़ाएं हौसाला

बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने पार्टी में हाल ही में हुए फेरबदल को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब दिया। उन्होंने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) को पहले पार्टी में प्रमुख जिम्मेदारी देने, फिर हटाने, निष्कासन और पुनः शामिल किए जाने के निर्णय को विस्तार से स्पष्ट किया है।

मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा

मायावती ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर चार सिलसिलेवार पोस्ट के जरिए अपने विचार साझा करते हुए कहा कि बसपा में किसी व्यक्ति को पार्टी से निकालना या वापस लेना व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूर्णतः संगठन और आंदोलन के हित में आधारित होता है। उन्होंने विरोधी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे इस तरह की कार्रवाई को “आया राम, गया राम” की संज्ञा देकर बसपा की छवि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं, जबकि वही पार्टियां जब यही कार्य करती हैं तो उसे “पार्टी हित” का नाम देती हैं।

उन्होंने अपने एक्स हैन्डल पर पोस्ट करते हुए कहा कि, विदित है कि बीएसपी से जुडे़ कुछ लोग अपनी नासमझी, जोश व लापरवाही या विरोधी पार्टियों के षड्यन्त्र के बहकावे में आकर काफी ग़लती कर बैठते हैं, जिन्हें फिर पार्टी हित में सुधारने के लिए पार्टी की ज़िम्मेवारी से अलग करना व गम्भीर मामलों में निकालना भी पड़ता हैतथा उनमें से कुछ में परिवर्तन आने व माफी माँगने के बाद फिर पार्टी व मूवमेन्ट के हित में लेना भी पड़ता है। और जबसे पार्टी बनी है तो ऐसा किया जाता रहा है, जिन्हें पार्टी से कई-कई बार निकाला भी है और उन्हें वापस भी लिया है। ऐसा अन्य पार्टियों में भी होता है। किन्तु श्री आकाश आनन्द के मामले में ख़ासकर बहुजन समाज के कुछ स्वार्थी व बिकाऊ लोग, जिन्होंने पार्टी के वोटों को बाँटने व कमज़ोर करने के लिए अपनी अनेकों पार्टी व संगठन आदि बनाये हुये हैं, वे इस बात का मीडिया में आए दिन काफी ग़लत प्रचार करते रहते हैं। ऐसे अवसरवादी व स्वार्थी तत्वों से पार्टी के लोग सतर्क रहें तथा श्री आकाश आनन्द का अब हौंसला भी ज़रूर बढाएं ताकि वह पार्टी के कार्य में पूरे जी-जान से जुट जाएं। इसी प्रकार, पार्टी में अन्य जो भी लोग वापस लिए गए हैं उन्हें भी पूरा आदर-सम्मान दिया जाए, जो पार्टी हित में है।

विपक्ष पर साधा निशाना

गौरतलब है कि हाल ही में मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी में दोबारा शामिल किया है। इसके अलावा पूर्व सांसद गिरीश चंद्र जाटव की भी बसपा में वापसी हुई है, जबकि बसपा नेता रहे दद्दू प्रसाद समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। इन घटनाक्रमों को लेकर विरोधी पार्टियां बसपा पर लगातार निशाना साध रही हैं।

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