राजधानी लखनऊ में इनकम टैक्स विभाग में आईआरएस अफसर गौरव गर्ग पर हमले के मामले ने तूल पकड़ लिया है। जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा की पत्नी और एआरटीओ नेहा मिश्रा (Neha Mishra) ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके पति को फंसाने की साजिश रची गई है। उन्होंने आईपीएस अधिकारी रवीना त्यागी (IPS Raveena Tyagi) और उनके पति गौरव गर्ग (IRS Gaurav Garg) पर पावर का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। नेहा मिश्रा का कहना है कि उनका परिवार डरा हुआ है और वह खुद भी भयभीत हैं। उन्होंने शनिवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सिंह सेंगर से मिलकर शिकायत दर्ज कराई और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
नेहा मिश्रा ने क्या कहा?
नेहा मिश्रा ने बताया कि मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती कि मुझे कितना डर लग रहा है। हमारे परिवार के साथ अन्याय हो रहा है। मेरे पति निर्दोष हैं। 29 मई को वह गौरव गर्ग के कमरे में नहीं थे, बल्कि एक अन्य अधिकारी के कक्ष में बैठे थे। इसके बावजूद एक साजिश के तहत उन पर हमला करने का आरोप लगाया गया।
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उन्होंने दावा किया कि पहले गौरव गर्ग ने उनके पति को थप्पड़ मारा, जिसके जवाब में उनके पति ने सेल्फ डिफेंस में प्रतिक्रिया दी। अंगूठी हल्के से गर्ग को लग गई, लेकिन उन्होंने कान पकड़ लिए और खुद को विक्टिम साबित करने के लिए व्हीलचेयर पर बैठकर अस्पताल पहुंच गए।
नेहा मिश्रा ने आईपीएस रवीना त्यागी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि रवीना त्यागी पावरफुल पोजिशन पर हैं और उसी पावर का दुरुपयोग कर हमारे खिलाफ पूरा नैरेटिव तैयार किया जा रहा है। अगर मेरे या मेरे परिवार के किसी सदस्य के साथ कुछ होता है, तो इसके जिम्मेदार यही लोग होंगे।
जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा ने किया बड़ी साजिश का इशारा
योगेंद्र मिश्रा ने मामले के पीछे एक बड़ी साजिश का इशारा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्रिकेट मैच को बहाना बनाकर 8 करोड़ रुपये के घोटाले से ध्यान भटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कानपुर पोस्टिंग के दौरान उन्होंने टैक्स हेराफेरी और निर्माण में गड़बड़ियों की रिपोर्ट सौंपी थी, जिसे दबाने की कोशिश की गई।
इसके बाद एक पुराना क्रिकेट वीडियो वायरल कर उन्हें बदनाम किया गया। मिश्रा ने दावा किया कि उन्हें 50,000 रुपये में मामला ‘सेट’ करने की पेशकश भी मिली, जिसकी रिकॉर्डिंग मौजूद है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद उनका तबादला काशीपुर कर दिया गया।
गौरव गर्ग ने कहा- प्राइवेट पार्ट पर मारा
आईआरएस अधिकारी गौरव गर्ग ने एफआईआर में कहा है कि 29 मई को योगेंद्र मिश्रा ने अचानक ऑफिस में आकर उनके गले को दबाने की कोशिश की, कांच का गिलास फेंका और चेहरे पर मुक्के मारे। उन्होंने आरोप लगाया कि मिश्रा ने जूतों से उनके प्राइवेट पार्ट पर हमला किया।
गौरव गर्ग का कहना है कि विवाद की वजह एक क्रिकेट मैच थी, जिसमें मिश्रा को नहीं खिलाया गया था और वे तभी से नाराज चल रहे थे। हमले के बाद उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई है।
पूरा मामला फिलहाल जांच के दायरे में है। एक तरफ जहां मिश्रा परिवार साजिश और पावर के दुरुपयोग की बात कर रहा है, वहीं गौरव गर्ग हमले के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। आईपीएस अधिकारी रवीना त्यागी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।