समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा है। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि भाजपा जहां भी जमीन देखती है, वहां कब्जा करने में जुट जाती है। गोरखपुर का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि वहां नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय को रोका गया, जो इस सरकार की ज़मीनी लूट तंत्र है।
गोरखपुर मेट्रो और जबरन सहमति पत्र का मुद्दा
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गोरखपुर में घोषित मेट्रो परियोजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेट्रो अभी तक नहीं बनी है और अगर स्थानीय लोग चुप्पी तोड़ दें तो ‘विरासत गलियारा’ की जगह ‘हिरासत गलियारा’ बनाना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लोगों से जबरदस्ती सहमति पत्र ले रही है और मुआवजा बाजार दर पर नहीं दिया जा रहा। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा अपनी ज़मीन का अधिकतम मुआवजा लिया गया, जबकि आम जनता के साथ अन्याय हो रहा है।
भाजपा पर आरोप
सपा प्रमुख ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसके कुछ नेता जमीन के खेल में ‘मलाई काट’ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि अयोध्या की हार के बाद अब गोरखपुर और मथुरा भी भाजपा के हाथ से निकल जाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि गोरखपुर के डीएम और एसएसपी पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो सपा सरकार बनते ही उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जातिवाद पर तंज
अखिलेश यादव ने भाजपा पर संविधान विरोधी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग सीधे संविधान के खिलाफ तो नहीं बोल सकते, लेकिन ‘सोशलिज्म’ और ‘सेक्युलरिज्म’ का विरोध करके उसका उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान राम की जाति बताने वाले असल में जातिवादी हैं।
वोटर लिस्ट का मुद्दा
चंदौली में बंदरगाह परियोजना के नाम पर जमीन अधिग्रहण को लेकर भी अखिलेश ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा जमीन औने-पौने दाम में लेकर बाद में ऊंचे दाम पर बेचती है। इस खेल में कुछ खास नेता लाभ उठाते हैं, जबकि आम जनता ठगी जाती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के जरिए वोटर लिस्ट में मनमाने तरीके से बदलाव कराए जा रहे हैं और उन स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है जहां भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
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