दलाई लामा ने बताया कौन होगा ‘उत्तराधिकारी’, तिलमिलाए चीन को दिखाई आंख, पूरी दुनिया हैरान!

दलाई लामा (Dalai Lama) ने अपने 90वें जन्मदिवस से कुछ दिन पहले, 2 जुलाई 2025 को एक ऐतिहासिक वीडियो संदेश में स्पष्ट कर दिया कि उनके उत्तराधिकारी की पहचान केवल भारत स्थित ‘गदेन फोडरंग ट्रस्ट’ (Ganden Phodrang Trust) द्वारा की जाएगी। यह फैसला 15वें तिब्बती धार्मिक सम्मेलन के दौरान लिया गया और इसमें दलाई लामा ने दोहराया कि चीन की इस प्रक्रिया में कोई भूमिका नहीं होगी।

तिब्बती परंपराओं के अनुसार होगी उत्तराधिकारी की खोज

दलाई लामा ने साफ कहा कि उनके उत्तराधिकारी की पुनर्जन्म की प्रक्रिया तिब्बती परंपराओं और वरिष्ठ धर्मगुरुओं के मार्गदर्शन में होगी, न कि चीन के राजनीतिक हस्तक्षेप जैसे ‘गोल्डन अर्न’ के जरिए। यह 2011 में दिए गए उनके पुराने बयान की पुनर्पुष्टि है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका उत्तराधिकारी स्वतंत्र दुनिया में जन्म लेगा, चीन के अधीन नहीं।

चीन को झटका

यह फैसला चीन के लिए एक रणनीतिक हार माना जा रहा है, क्योंकि बीजिंग लंबे समय से दावा करता रहा है कि दलाई लामा का उत्तराधिकारी वह तय करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारत के लिए कूटनीतिक जीत है और धर्मशाला को तिब्बती बौद्ध धर्म का एक प्रमुख आधिकारिक केंद्र बना देता है, जहाँ दलाई लामा 1959 से निर्वासन में रह रहे हैं।

 सोशल मीडिया में हलचल

इस घोषणा के बाद #DalaiLamaSuccessor, #Tibet और #Reincarnation जैसे हैशटैग्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे हैं। दुनियाभर से बुद्ध धर्म अनुयायियों और समर्थकों ने इस फैसले का स्वागत किया है। सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे “एक आध्यात्मिक विद्रोह” और “तिब्बत की आत्मा की पुनर्जागृति” बताया।

महिला दलाई लामा की संभावना और भविष्य की प्रक्रिया

गदेन फोडरंग ट्रस्ट ने यह भी संकेत दिया है कि अगला दलाई लामा किसी भी लिंग का हो सकता है, जिससे महिला दलाई लामा की संभावना भी खुल गई है। अब ट्रस्ट पारंपरिक दिव्य संकेतों और वरिष्ठ लामाओं से परामर्श लेकर पूरी तरह धार्मिक और आध्यात्मिक प्रक्रिया के जरिए उत्तराधिकारी की पहचान करेगा। दलाई लामा की हालिया पुस्तक Voice for the Voiceless में पहले ही इस फैसले की झलक मिल चुकी थी।

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं.