उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धर्मांतरण के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए एटीएस (ATS) ने मास्टरमाइंड जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा (Chhangur Baba) और उसकी सहयोगी नीतू (Neetu) उर्फ नसरीन को 7 दिन की रिमांड पर लिया है। दोनों को लखनऊ जेल से एटीएस (ATS) मुख्यालय लाया गया, जहां उनसे अलग-अलग टीमें पूछताछ कर रही हैं। एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने जानकारी दी कि पूछताछ में गिरोह के नेटवर्क, फंडिंग, अवैध संपत्तियों और विदेशी कनेक्शन की भी जांच की जाएगी। ईडी (ED) को मामले की एफआईआर सौंप दी गई है।
15 साल से चला रहा था धर्मांतरण का धंधा
जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा पिछले 15 वर्षों से बड़ी संख्या में लोगों का धर्मांतरण (Religious Conversion) करवा रहा था। उसके संपर्क में कई राज्यों से लोग थे और उसने एक संगठित गिरोह बना रखा था। नीतू उर्फ नसरीन उसके साथ मिलकर महिलाओं को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करती थी। अब तक कई संदिग्ध बैंक ट्रांजेक्शन और विदेशी फंडिंग के सुराग भी जांच एजेंसियों के हाथ लगे हैं।
तीसरे दिन भी बुलडोजर की कार्रवाई
धर्मांतरण के लिए बनाई गई अवैध कोठी पर तीसरे दिन भी प्रशासन का बुलडोजर चला। बलरामपुर (Balrampur) के उतरौला क्षेत्र में स्थित इस कोठी पर गुरुवार को 8 बुलडोजरों के साथ कार्रवाई हुई। इस दौरान 5 घंटे में मेन गेट, निर्माणाधीन डिग्री कॉलेज का हॉल, एक अस्पताल और एक अस्तबल को ध्वस्त कर दिया गया। कुल मिलाकर अब तक कोठी के लगभग 500 स्क्वायर फीट हिस्से को गिराया जा चुका है।
40 कमरों वाली आलीशान कोठी का आधा हिस्सा ध्वस्त
छांगुर बाबा की कोठी में कुल 40 कमरे और 5 बड़े हॉल थे, जो कि कथित रूप से धर्मांतरण के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे। प्रशासन ने बताया कि दो दिनों में कुल 19 घंटे की कार्रवाई हुई है, जिसमें अब तक एक लाख क्विंटल से ज्यादा मलबा निकाला जा चुका है। ध्वस्तीकरण के बाद अब मलबा हटाने का काम जारी है।
जांच एजेंसियों का शिकंजा और भी सख्त
एटीएस के साथ-साथ अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी इस मामले में सक्रिय हो गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही संपत्तियों की कुर्की और बैंक खातों की जांच की जा सकती है। अधिकारियों के अनुसार, रिमांड के दौरान पूछताछ से कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है।