कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने सोमवार को चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के “वोट चोरी” के आरोपों को गंभीर बताते हुए आयोग से स्पष्ट और ठोस जवाब की मांग की। थरूर का कहना है कि राहुल गांधी ने जो सवाल उठाए हैं, वे चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता से जुड़े हैं और आयोग को इनका जवाब देना चाहिए, ना कि केवल औपचारिकताओं में उलझना चाहिए।
आयोग के आंकड़ों पर ही उठे सवाल
थरूर ने यह भी कहा कि राहुल गांधी जो आंकड़े पेश कर रहे हैं, वे चुनाव आयोग के ही आंकड़ों पर आधारित हैं। ऐसे में आयोग को उन पर गौर करना चाहिए और खुद जांच करनी चाहिए कि कहीं कोई अनियमितता तो नहीं हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग शपथपत्र जैसी फॉर्मेलिटीज को आगे रखकर असल मुद्दों से ध्यान भटका रहा है।
चुनावी प्रक्रिया की शुचिता बनाए रखना जरूरी
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि चुनाव आयोग को गंभीर शंकाओं को प्राथमिकता से दूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में लोगों के मन में चुनावों की निष्पक्षता को लेकर सवाल उठ रहे हैं, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। भारत में लोकतंत्र की नींव चुनावी प्रक्रिया पर टिकी है और इसे किसी भी हालत में कमजोर नहीं होने दिया जा सकता।
सांसदों के मार्च में लिया हिस्सा
शशि थरूर विपक्षी INDIA गठबंधन के सांसदों द्वारा निकाले गए विरोध मार्च में भी शामिल हुए। यह मार्च बिहार में मतदाता सूची में संशोधन और वोट चोरी के आरोपों के विरोध में निकाला गया था। इस मौके पर थरूर ने मीडिया से कहा कि हम जवाब मांग रहे हैं, लेकिन बदले में हम पर ही दबाव डाला जा रहा है।
सोशल मीडिया पर भी जताई चिंता
थरूर ने विरोध के इस मुद्दे को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी उठाया। उन्होंने पोस्ट कर लिखा, ‘आज इंडिया गठबंधन के सांसदों के प्रदर्शन में भाग लिया। हम सब चुनाव आयोग से पूछ रहे हैं कि वह राहुल गांधी द्वारा उठाए गए गंभीर सवालों का जवाब गंभीरता से क्यों नहीं दे रहा। लोगों का भरोसा बनाए रखना आयोग की जिम्मेदारी है।’


















































