संतकबीरनगर में बूढ़ी राप्ती नदी पुनरुद्धार के कार्य का हुआ शुभारंभ, नदी को मिलेगा नया जीवन

संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल विधानसभा क्षेत्र के विसौवा गांव में शनिवार को बूढ़ी राप्ती नदी पुनरोद्धार कार्य का विधि -विधान से शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने इसे क्षेत्र के लिए विकास की नई शुरुआत बताया। आपको बता दे कि सरकार ने नमामि गंगे योजना के तहत विलुप्त प्राय नदियों के पुनरुद्धार का संकल्प लिया है। इसी योजना के तहत आज जिले के मेंहदावल क्षेत्र से होकर बहने वाली बूढ़ी राप्ती नदी के पुनरुद्धार कार्यक्रम का विधायक अनिल त्रिपाठी, डीएम आलोक कुमार ने विधि-विधान से पूजन -अर्चन के बाद फावड़ा चलाकर नदी की खुदाई की और कार्य का शुभारंभ किया।

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अतिक्रमण और प्रदूषण से नदी के अस्तित्व पड़ गया था संकट

बताते चले कि बूढ़ी राप्ती नदी वर्षों से इस क्षेत्र की जीवनरेखा रही है, लेकिन पिछले कुछ दशकों में लगातार अतिक्रमण, अव्यवस्थित जलप्रवाह और प्रदूषण के चलते इसका अस्तित्व संकट में पड़ गया था। नदी के पुनरुद्धार को लेकर ग्रामीण लंबे समय से आवाज उठा रहे थे। अब योजना के धरातल पर उतरने से न केवल नदी को नया जीवन मिलेगा, बल्कि क्षेत्र की कृषि, जल संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन को भी मजबूती मिलेगी।

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फिर से बहेगी बूढ़ी राप्ती की अविरल धारा : अनिल त्रिपाठी

विधायक अनिल त्रिपाठी ने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत यह योजना पूरी होने पर बूढ़ी राप्ती की अविरल धारा फिर से बहेगी। इससे किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी, फसल उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की आय में वृद्धि होगी। साथ ही यह परियोजना भूजल स्तर को बनाए रखने और जल संकट से जूझ रहे गांवों को राहत देने में भी कारगर साबित होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि नदी का पुनरोद्धार क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता और बाढ़ प्रबंधन की दृष्टि से भी अहम भूमिका निभाएगा। इस मौके पर जिलाधिकारी आलोक कुमार, मुख्य विकास अधिकारी जयकेश त्रिपाठी, एसडीएम मेंहदावल संजीव राय सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।