संतकबीरनगर: सेमरियावां ब्लॉक में बैठकों से दूरी पर घमासान, पूर्व प्रमुख ने लगाए गंभीर आरोप

संतकबीरनगर। सेमरियावां ब्लॉक की राजनीति एक बार फिर विवादों में घिरती नजर आ रही है। जिले के सबसे बड़े विकास खंड में विकास कार्यों की गति और क्षेत्र पंचायत बैठकों को लेकर मंगलवार को पूर्व ब्लॉक प्रमुख महमूद अहमद दर्जनों बीडीसी सदस्यों के साथ खंड विकास अधिकारी कार्यालय पहुंचे और अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं।  उन्होंने बताया कि पहले यह बैठक 25 अगस्त 2025 को होने वाली थी । लेकिन इसकी तिथि बढ़ाकर नौ सितंबर 2025 कर दी गई थी। बावजूद इसके आज की बैठक को सुरक्षा के कारणों का हवाला देते हुए एक बार फिर से स्थगित कर दिया गया है।

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ब्लॉक प्रमुख पर जानबूझकर सुरक्षा के नाम पर बैठक को टालने का मढ़ा आरोप 

पूर्व प्रमुख महमूद अहमद और क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने वर्तमान प्रमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सुरक्षा कारणों का हवाला देकर प्रमुख लगातार क्षेत्र पंचायत बैठकों से दूरी बना रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब प्रमुख स्वयं बैठक में शामिल नहीं हो पा रही हैं, तो क्षेत्र का विकास कैसे संभव होगा।

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प्रमुख व उनके बेटे पर ठेकेदारों को 40 प्रतिशत कमीशन पर काम बांटने का आरोप 

पूर्व प्रमुख ने आरोप लगाया था कि प्रमुख पुत्र और उनके सहयोगियों ने पंचायत कार्यों को 40 प्रतिशत कमीशन पर ठेकेदारों को सौंप दिया है, जिससे क्षेत्र पंचायत सदस्य परेशान हैं। उनका कहना है कि यह पैसा क्षेत्र पंचायत सदस्यों का है। जबकि, वर्तमान प्रमुख सेमरियावां आरोप लगा रहीं है कि अधिकारी भी “मिठाई” के नाम पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त कमीशन की मांग कर रहे हैं। यह बात हजम नहीं हो रही है।

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डीएम को पत्र भेजकर हालात से कराया अवगत: पूर्व प्रमुख 

पूर्व प्रमुख महमूद अहमद ने स्पष्ट कहा कि पंचायत का धन जनता का है, किसी की निजी संपत्ति नहीं। उन्होंने बीडीओ को चेतावनी दी कि यदि फर्जी प्रक्रियाएं नहीं रुकीं और पंचायत बैठकों का आयोजन जल्द नहीं किया गया, तो क्षेत्र पंचायत आंदोलन का रास्ता अपनाने को बाध्य होगी। पूर्व प्रमुख ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी आलोक कुमार को पत्र भेजकर स्थिति से अवगत करा दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि पंचायत बैठकों को किसी भी हाल में टालना स्वीकार नहीं किया जाएगा और विकास कार्यों का निष्पक्ष बंटवारा सुनिश्चित किया जाना चाहिए।