मंगलवार 9 दिसंबर, 202 को लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चल रही चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) के बीच तीखा वाद–विवाद देखने को मिला। राहुल गांधी जैसे ही अपने बयान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का मुद्दा उठाने लगे, रिजिजू ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सदन में केवल चुनाव सुधारों पर ही चर्चा निर्धारित है और उन्हें विषय से न भटकने की सलाह दी।
खादी और लोकतांत्रिक ढांचे पर जोर
नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘महात्मा गांधी ने खादी पर इतना ज़ोर इसलिए दिया क्योंकि यह भारतीय लोगों की अभिव्यक्ति का माध्यम थी। हमारा देश भी खादी की तरह है, जो 1.5 अरब लोगों से बुना गया है। लोकसभा, राज्यसभा से लेकर पंचायत तक कुछ भी नहीं होता अगर वोट नहीं होता, लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समानता में विश्वास नहीं करता।’
RSS हर जगह कब्जा चाहता है
उन्होंने कहा, ‘आरएसएस सभी संस्थानों पर कब्जा करना चाहता है। 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने गांधी जी की गोली मारकर हत्या की थी। उनकी हत्या के बाद से ही संस्थागत ढांचे पर कब्ज़े की तैयारी हो रही है।
रिजिजू की नाराजगी
राहुल गांधी के बयान खत्म होते ही किरेन रिजिजू ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी चुनाव सुधारों से जुड़ा कोई ठोस सुझाव नहीं दे रहे और ऐसे विषय उठा रहे हैं जिनका मौजूदा बहस से कोई संबंध नहीं है। रिजिजू ने कहा कि सदन का समय मूल्यवान है और सरकार चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन मुद्दे से भटका नहीं जा सकता है।















































