उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोडीन कफ सिरप (Codeine Cough Syrup) को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार के बीच सियासी टकराव लगातार तेज होता जा रहा है। इसी क्रम में लखनऊ (Lucknow) स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय (Samajawadi Party Office) के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगाया गया है, जिसमें एनडीए पर सीधा हमला किया गया है। पोस्टर में एनडीए को ‘नेशनल ड्रग डिफॉल्टर’ बताया गया है, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
एनडीए बनाम पीडीए की प्रतीकात्मक तुलना
यह पोस्टर दो हिस्सों में विभाजित है। एक ओर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को दर्शाया गया है, जिसमें एनडीए का अर्थ ‘नेशनल ड्रग, डिफॉल्टर माफिया अलायंस’ बताया गया है। इस हिस्से में बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह की कोठी और महंगी गाड़ियों की तस्वीरों के साथ एक बुलडोजर दिखाया गया है, जिसमें तेल की जगह कोडीन कफ सिरप भरा हुआ दिखाया गया है। दूसरी ओर सपा के पीडीए फॉर्मूले को दिखाया गया है, जिसमें पी- पैरामेडिकल एंड मेडिकल कॉलेज, डी- डेवलपमेंट और ए- अलायंस बताया गया है, साथ ही अस्पताल और एंबुलेंस की तस्वीरें भी लगाई गई हैं।
पोस्टर ने खींचा ध्यान
समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर लगाए जाने वाले पोस्टर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं और पार्टी की राजनीतिक रणनीति के संकेत भी देते हैं। कोडीन कफ सिरप से जुड़ा यह पोस्टर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव द्वारा लगवाया गया है। पोस्टर प्रतीकात्मक तस्वीरों और संदेशों के जरिए सरकार पर गंभीर आरोप लगाने की कोशिश करता नजर आता है।
विधानसभा से सड़क तक गरमाई सियासत
कोडीन कफ सिरप का मुद्दा सिर्फ पोस्टर तक सीमित नहीं है, बल्कि यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी इस पर जमकर बहस हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोडीन से जुड़े आरोपियों के समाजवादी पार्टी से संबंध होने का दावा किया है। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार से लगातार सवाल कर रहे हैं कि आरोपियों पर बुलडोजर कार्रवाई कब होगी। इस मुद्दे ने प्रदेश की राजनीति को और अधिक गरमा दिया है।














































