तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी (kalyan banerjee) ने मंगलवार को एक बार फिर से अपनी विवादित टिप्पणी में घिर गए हैं। बनर्जी ने केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Cauhan) पर अमीरों के “दलाल” (बिचौलिया) के रूप में काम करने का आरोप लगाया। साथ ही, उन्होंने पश्चिम बंगाल के लंबित केंद्रीय फंड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। बीजेपी ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कल्याण बनर्जी से माफी की मांग की।
टीएमसी सांसद के आरोप
लोकसभा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कल्याण बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले तीन वर्षों में पश्चिम बंगाल के लिए मनरेगा और पीएम आवास योजना-ग्रामीण जैसी योजनाओं के फंड जारी नहीं किए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य में सरकार बनाने में विफल होने के बाद बंगाल के साथ भेदभाव कर रही है। बनर्जी ने शिवराज सिंह चौहान पर तीखा हमला करते हुए उन्हें “अमीरों का दलाल” करार दिया। उन्होंने कहा, “शिवराज चौहान गरीबों के लिए काम नहीं करते, उन्हें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया।” टीएमसी सांसद ने अपने बयान में बार-बार ‘दलाल’ शब्द का इस्तेमाल किया और कहा कि भाजपा जानबूझकर बंगाल के लोगों को केंद्रीय फंड से वंचित कर रही है।
लोकसभा में हंगामा
कल्याण बनर्जी के आरोपों के बाद, लोकसभा में द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने मनरेगा योजना के तहत कुछ राज्यों को भुगतान में देरी के विरोध में प्रदर्शन किया। इसके कारण प्रश्नकाल के दौरान सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
भाजपा ने कल्याण बनर्जी की टिप्पणी पर तीखा पलटवार किया। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भगीरथ चौधरी ने कहा कि बनर्जी के बयान से संवेदनशीलता की कमी दिखती है। उन्होंने कहा, “यह बिल्कुल गलत है। एक वरिष्ठ सांसद को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।” चौधरी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का सिद्धांत ‘सबका साथ, सबका विकास’ है और किसी भी राज्य के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा है।चौधरी ने बनर्जी से माफी की मांग करते हुए कहा, “किसी मंत्री के खिलाफ इस प्रकार की अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना उचित नहीं है। बनर्जी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।”
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पश्चिम बंगाल में फंड की स्थिति
कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बंगाल के लिए जानबूझकर फंड जारी नहीं कर रही है, जबकि अन्य राज्यों को समय पर पैसा मिल रहा है। उन्होंने कहा, “हमने केंद्र से अनुरोध किया है कि वे पश्चिम बंगाल के फर्जी जॉब कार्डों के बारे में अपराधी कार्रवाई करें, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि 10 करोड़ बंगाली लोगों को फंड से वंचित किया जाए।”
टीएमसी सांसद का दावा
टीएमसी सांसद ने यह भी दावा किया कि भाजपा की हार के बाद केंद्र सरकार बंगाल के प्रति असंवेदनशील हो गई है। उन्होंने कहा, “बीजेपी को बंगाल में सरकार बनाने में सफलता नहीं मिली है, इसलिए वे राज्य के विकास के लिए फंड रोक रहे हैं।”
भाजपा का तीखा जवाब
भगीरथ चौधरी ने बनर्जी के बयान को न केवल गलत बल्कि अस्वीकार्य भी बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का समर्थन करते हुए कहा, “मोदी जी हमेशा देश के हर नागरिक के लिए काम करते हैं और किसी भी राज्य के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है।”चौधरी ने यह भी कहा कि शिवराज चौहान ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उन्हें इस तरह के अपमानजनक शब्दों से नहीं नवाजा जाना चाहिए।
भाजपा का विरोध
कल्याण बनर्जी का यह विवादित बयान राजनीतिक गलियारों में नए विवाद को जन्म दे सकता है। जहां तृणमूल कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा ने तीखे शब्दों में इस बयान का विरोध किया है। अब देखना होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और क्या कल्याण बनर्जी अपने बयान के लिए माफी मांगेंगे या इस पर और बयान देंगे।
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