Deepotsav 2025:19 अक्टूबर को अयोध्या में नौवें दीपोत्सव का आयोजन होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां ज़ोरों पर हैं। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी राम की पैड़ी से लेकर श्रीराम जन्मभूमि परिसर तक सभी व्यवस्थाओं और सजावट की निगरानी कर रहे हैं। आयोजन को यादगार और विशिष्ट बनाने के लिए इस बार कई नई चीज़ें जोड़ी जा रही हैं।
रामायण युग की झलक
राम की पैड़ी की नहर पर इस बार विशेष सांस्कृतिक मंच तैयार किए जा रहे हैं, जहाँ रामायण कालीन देवी-देवताओं की भव्य प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। पंचमुखी हनुमान और भगवान राम-सीता की नौका प्रतिमा इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होंगी। वहीं, पानी पर तैरते प्लेटफॉर्म पर पुष्पक विमान की विशाल झांकी का निर्माण इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा किया जा रहा है, जो भक्तों के लिए अनोखा दृश्य पेश करेगा।
डिजिटल तकनीक से सजेगा दीपोत्सव
इस वर्ष दीपोत्सव में तकनीकी नयापन भी शामिल किया गया है। लेजर शो और प्रोजेक्शन मैपिंग की स्क्रिप्ट में परिवर्तन किया गया है, ताकि नई रोशनी और कथानक के साथ कार्यक्रम को प्रस्तुत किया जा सके। दो बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से राम की पैड़ी और अन्य घाटों का दृश्य सीधा प्रसारित किया जाएगा। सरयू आरती, ड्रोन शो और झांकियों की जिम्मेदारी विभिन्न एजेंसियों को टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से सौंपी गई है।
सवा लाख दीपों से रोशन होगा मंदिर परिसर
राम की पैड़ी रंग-बिरंगी लाइटों से जगमग हो रही है। मंदिरों की दीवारों पर की गई फसाड लाइटिंग का प्रतिबिंब सरयू नदी में अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रहा है। धर्म पथ, राम पथ और भक्ति पथ को भी थीम आधारित रोशनी से सजाया जा रहा है।
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चारों प्रवेश द्वार संतों के नाम पर सजे
धनतेरस से शुरू होकर दीपावली तक राम मंदिर में महालक्ष्मी पूजन का आयोजन होगा, जिसकी पूर्णाहुति दीपावली के दिन की जाएगी। चारों प्रवेश द्वारों को चार प्रमुख संतों, रामानंदाचार्य, रामानुजाचार्य, शंकराचार्य और माध्वाचार्य – के नाम पर सजाया जा रहा है। दीपोत्सव के दिन मंदिर परिसर में कुल सवा लाख दीप जलाए जाएंगे, जिनमें से 10,000 दीप देशी घी से प्रज्वलित होंगे। नगर निगम ने पूरे आयोजन को स्वच्छ बनाए रखने के लिए 1500 सफाई कर्मचारियों की तैनाती की है।


















































