यूपी की राजधानी लखनऊ में अकबरनगर (Akbarnagar) की तकरीबन 25 एकड़ में फैसी अवैध बस्ती के 1200 मकानों को 9 दिन चली कार्रवाई में ढहा दिया गया है. आज यहां की जमीन समतल हो गई है. अकबरनगर के बाद अब खुर्रम नगर (Khuraamnagar) के कुकरैल नदी किनारे बसे अबरारनगर (Abrarnagar) पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है. ब्रहस्पतिवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम अबरारनगर पहुंची थी और सर्वे का काम पूरा किया.
एलडीए और नगर निगम की कुकरैल नदी किनारे बसे अकबरनगर में कार्रवाई के बाद अब अबरार नगर, खुर्रम नगर, रहीम नगर और पंत नगर जैसे इलाकों में भी सर्वे किया जा रहा है. यहां 700 के करीब अवैध मकानों दुकानों को चिन्हित किया गया है. नदी के डूब क्षेत्र में कहीं जगह अवैध मकान बने हैं. कई जगह तो बहुमंजिला कॉमर्शियल कांप्लेक्स भी बना दिए गए हैं. सिंचाई विभाग भी कुकरैल नदी के किनारे अवैध निर्माणों की पहचान में जुटा है और जल्द ही अवैध कब्जाधारकों को नोटिस जारी किए जा सकते हैं. अबरार नगर में भी नदी किनारे झुग्गी बस्ती पाई गई है. एलडीए एक डेढ़ महीने में इन इलाकों में सर्वे पूरी कर रिपोर्ट दे सकता है. इसके बाद बुलडोजर कार्रवाई हो सकती है.
योगी आदित्यनाथ सरकार इतनी बड़ी अवैध बस्ती को हटा कर गोमती रिवर फ्रंट की तहत रिवर फ्रंट बनेगा. लखनऊ के पॉश इलाके से हटा दी के किनारे अवैध निर्माणों की पहचान में जुटा है और जल्द ही अवैध कब्जाधारकों को नोटिस जारी किए जा सकते हैं. अबरार नगर में भी नदी किनारे झुग्गी बस्ती पाई गई है. एलडीए एक डेढ़ महीने में इन इलाकों में सर्वे पूरी कर रिपोर्ट दे सकता है. इसके बाद बुलडोजर कार्रवाई हो सकती है.
उत्तर प्रदेश सरकार इतनी बड़ी अवैध बस्ती को हटा कर गोमती रिवर फ्रंट की तहत रिवर फ्रंट बनेगा. लखनऊ के पॉश इलाके से हटाकर चिडियाघर भई ट्रांसफर किया जाएंगा. पर्यावरण के लिहाज से इस इलाके को बड़ा इको टूरिज्म हब बनाया जाएंगा.
Also Read: संपूर्ण मानवता के कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करता है अंतर्राष्ट्रीय योग दिवसः योगी
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं.)