उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से पहले भाजपा को झटके पर झटके लग रहे हैं। पहले प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ज्वाइन कर ली। अब बांदा के तिंदवारी सीट से बीजेपी विधायक बृजेश प्रजापति (BJP MLA Brijesh Prajapati) ने भी अपना इस्तीफा दे दिया है। बृजेश प्रजापति का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे नेता हैं और पीड़ितों की आवाज हैं। मैं उनके साथ हूं और उनके इस्तीफे के बाद ही मैं भी अपना इस्तीफा दे रहा हूं।
कहा जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब बृजेश प्रजापति भी समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं। इससे पहले भाजपा सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव से मुलाकात कर समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है। मौर्य ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि टिकट के बंटवारे को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का बीजेपी से विवाद चल रहा है। मीडिया से मुखातिब होते हुए मौर्य ने कहा कि मेरी किसी से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। मैंने सामाजिक न्याय के लिए लगातार संघर्ष किया है। आगे भी करता रहूंगा। मुझे जहां भी सामाजिक न्याय साकार होता दिखेगा, मैं वहीं रहूंगा।
मौर्य ने अपना इस्तीफा राजभवन भेजने के बाद तमाम सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।