अक्सर पुलिस विभाग में अपने अफसरों को अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन इनका कोई असर नहीं दिखता है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के आगरा (Agra) जनपद में देखने को मिला है। यहां एक महिला दारोगा (Lady Sub Inspector) रविवार को अपनी समस्या लेकर एसीपी (ACP) के पास पहुंची। अपने साथ हुई घटना को बयां करते वक्त उसकी आखें नम हो गईं। वह एसीपी कार्यायल में फूट-फूटकर रोते हुए थानेदार की हरकतें बताने लगी, जिसे सुनकर एसीपी के होश फाख्ता हो गए।
इंस्पेक्टर की लहजे से परेशान महिला दारोगा
पीड़ित महिला दारोगा का कहना है कि वह कुछ दिनों से महसूस कर रही थी कि थाना प्रभारी का व्यवहार उसके प्रति ठीक नही है। वह व्यंग्यात्मक लहजे में उससे बात करते हैं। इस दौरान आपत्ति जताने पर भी उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया।
महिला दारोगा ने इंस्पेक्टर से कहा था कि सुधार नहीं आने पर वह अफसरों के सामने पेश होगी। पीड़िता ने बताया कि शनिवार को थाना प्रभारी ने एक घंटे के भीतर विवेचना का निस्तारण करने के लिए कहा। इस दौरान समर्थता जताने और बुखार आने की बात कहने पर इंस्पेक्टर ने महिला दारोगा को फटकार लगाई, जिसकी वजह से वह थाने में ही रोने लगी।
स्टाफ के साथ अपमानजनक है इंस्पेक्टर का व्यवहार
हालांकि, साथी पुलिसकर्मियों ने उसे समझाया। वहीं, यह मामला रविवार को अधिकारियों तक पहुंचा। इसके बाद महिला दरोगा को एसीपी ने बुलाया। एसीपी कार्यालय पहुंची महिला दारोगा फूट-फूटकर रोने लगी। महिला दरोगा ने एसीपी से कहा कि उसे इस थाने से हटाकर कहीं और भेज दिया जाए।
पीड़िता ने कहा कि अब बहुत हो गया है। अब बर्दाश्त नहीं होता है। इंस्पेक्टर का व्यवहार अपने स्टाफ के साथ बेहद अपमानजनक है। कहा कि वह पहले से इस थाने में तैनात है। लंबे समय से जिले में नौकरी कर रही है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। घटना महकमे में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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