उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में अदाणी पावर (Adani Power) से 1500 मेगावॉट बिजली खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया। बिजली 5.383 रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीदी जाएगी और यह करार आगामी 25 वर्षों के लिए होगा।
2030-31 तक शुरू होने की उम्मीद
अदाणी पावर (Adani Power) मिर्जापुर जिले में 800-800 मेगावॉट की दो तापीय परियोजनाएं स्थापित करेगा, जिसकी कुल क्षमता 1600 मेगावॉट होगी। इनमें से 1500 मेगावॉट बिजली उत्तर प्रदेश सरकार खरीदेगी। परियोजना के 2030-31 तक चालू होने की संभावना है।
2033-34 तक बढ़ेगी प्रदेश की ऊर्जा आवश्यकता
राज्य सरकार के ऊर्जा विभाग के अनुसार, वर्ष 2033-34 तक प्रदेश को लगभग 10,795 मेगावॉट तापीय बिजली की आवश्यकता होगी। इस जरूरत को देखते हुए दीर्घकालिक ऊर्जा स्रोतों की व्यवस्था की जा रही है।
डीबीएफओओ मॉडल के तहत बनेगा पावर प्लांट
यह परियोजना केंद्र सरकार की डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन और ऑपरेट (DBFOO) नीति के तहत स्थापित होगी। प्रदेश सरकार राज्य के लिए आवंटित कोयले में से अदाणी पावर को आपूर्ति करेगी, जबकि अन्य संसाधनों की व्यवस्था कंपनी स्वयं करेगी।
2985 करोड़ रुपये की अनुमानित बचत
इस परियोजना के लिए नियामक आयोग की स्वीकृति के बाद निविदा प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें कुल सात कंपनियों ने भाग लिया। अदाणी पावर ने सबसे कम दर पर बोली लगाई। बोली में फिक्स्ड चार्ज में 10 पैसे प्रति यूनिट की कटौती की गई, जिससे 25 सालों में लगभग 2985 करोड़ रुपये की बचत का अनुमान है।
दरों की तुलना में अदाणी की बिजली सबसे सस्ती
अभी ललितपुर तापीय परियोजना से बिजली 5.503 रुपये प्रति यूनिट में मिल रही है, जो 2030-31 में बढ़कर 6.831 रुपये प्रति यूनिट हो जाएगी। वहीं बजाज एनर्जी की परियोजनाओं से वर्तमान दर 5.980 से 6.189 रुपये प्रति यूनिट है, जो बढ़कर 7.667 से 7.826 रुपये प्रति यूनिट हो सकती है। ऐसे में अदाणी पावर की प्रस्तावित दर सबसे किफायती मानी जा रही है।


















































