समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने ‘वर्चुअल रैली’ को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। सपा अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड में बुरी तरह चुनाव हार चुकी भाजपा बिहार में भी जनता का विरोधी रुख़ समझ रही है, इसीलिए वो 150 करोड़ रुपए की ‘वर्चुअल रैली’ करके अपने धन-बल का प्रदर्शन कर विपक्ष का मनोबल तोड़ना चाहती है। बिहार में भाजपा का तथाकथित गठबंधन गुटबाज़ी और परस्पर अविश्वास का त्रिकोण बन गया है।
जानकारी के अनुसार, बिहार में इसी साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। यही वजह है कि पार्टी ने पहली वर्चुअल रैली का आयोजन किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस वर्चुअल रैली को संबोधित किया। 7 जून की शाम चार बजे आयोजित की गई इस रैली को लेकर दावा किया गया है कि बिहार में अपनी तरह की पहली वर्चुअल रैली को देशभर में करीब 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा।
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वहीं, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि बिहार जनसंवाद के नाम से रविवार आयोजित की गई गृहमंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली को प्रदेश में करीब 40 लाख लोगों ने देखा है। उन्होंने बताया कि बिहार बीजेपी के फेसबुक से 11 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे देखा। ट्विटर के जरिए भी बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़े। यू-ट्यूब पर अमित शाह के संबोधन को 1 लाख 42 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा।
रैली खत्म होने के कुछ ही देर बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने एक वीडियो संदेश जारी करके दावा किया कि बीजेपी की ओर से संचालित अलग-अलग यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेजों के जरिए देशभर में करीब एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने अमित शाह की रैली को देखा। वहीं बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, पूरे प्रदेश में कम से कम 10,000 बड़ी एलईडी स्क्रीन और 50,000 से अधिक स्मार्ट टीवी लगाए गए थे। इससे भी बड़ी संख्या में लोगों ने इस रैली को देखा और सुना।
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