पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शारदा चिटफंड घोटाले मामले की जांच को लेकर हुए सीबीआइ और ममता सरकार की पुलिस को लेकर हुए विवाद ने पूरी तरह राजनीतिक रूप ले लिया है. अरविन्द केजरीवाल, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के समर्थन के बाद अब उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अब ममता के समर्थन में कूद पड़े हैं.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने सीबीआइ का राजनीतिकरण किया है. वर्तमान सरकार सीबीआइ का डर दिखाकर विपक्ष को दबाना चाहती है.
अखिलेश यादव ने ममता का समर्थन करते हुए कहा कि मैं ममता बनर्जी का समर्थन करता हूँ. केंद्र सरकार उन्हें दबाना चाहती है.
अखिलेश ने ट्वीट करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार की उत्पीड़नकारी नीतियों और सीबीआई के खुलेआम राजनीतिक दुरुपयोग के कारण जिस तरह देश, संविधान और जनता की आजादी खतरे में है, उसके खिलाफ ममता बनर्जी के धरने का वह पूरा समर्थन करते हैं. ट्वीट में आगे लिखा है कि आज देश भर का विपक्ष और जनता अगले चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एकजुट है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में 2460 करोड़ रुपये का शारदा चिटफंड घोटाला हुआ है. इस मामले में पुलिस और ईडी की जाँच में खुलासे के मुताबिक करीब 80 फ़ीसदी जमाकर्ताओं का भुगतान अभी बाकी है. शारदा ग्रुप की 4 कंपनियों का इस्तेमाल 3 स्कीमों के जरिये पैसा इधर-उधर करने में हुआ है. इस मामले में जब सीबीआइ बंगाल के पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने रविवार को उनके घर पहुंची इसी कोलकाता पुलिस ने सीबीआइ के 5 अफसरों को गिरफ्तार कर लिया. सीएम ममता बनर्जी ने भी पुलिस के इस काम का समर्थन करते हुए केंद्र की मोदी सरकार को तानाशाह बता दिया. ममता ने पत्रकार वार्ता बुलाकर केंद्र सरकार पर जमकर हमले बोले और सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गयीं.
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