समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शुक्रवार को एक बड़ा एलान किया। उन्होंने अंबेडकर नगर की 8 वर्षीय अनन्या की पढ़ाई का खर्च उठाने का निर्णय लिया है। यह घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए की। उनका कहना था कि जो लोग बच्चों का भविष्य उजाड़ते हैं, वे असल में खुद बेघर होते हैं। अखिलेश यादव ने इस दौरान प्रदेश सरकार पर भी तीखा हमला करते हुए कहा कि बुलडोजर केवल विध्वंस की प्रतीक शक्ति है, न कि ज्ञान और विवेक की।
क्या है पूरा मामला?
जो बच्चों का भविष्य उजाड़ते हैं, दरअसल वो बेघर होते हैं।
हम इस बच्ची की पढ़ाई का संकल्प उठाते हैं।
पढ़ाई का मोल पढ़नेवाले ही जानते हैं। बुलडोज़र विध्वंसक शक्ति का प्रतीक है, ज्ञान, बोध या विवेक का नहीं। बुलडोज़र अहंकार के ईंधन से, दंभ के पहियों पर सवार होकर चलता है, इसमें… pic.twitter.com/KQJcRVHLB5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 4, 2025
हाल ही में अनन्या का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह बुलडोजर से बचते हुए अपनी किताबों को सीने से लगाए हुए दौड़ती दिखी थी। यह वीडियो चर्चा का केंद्र बन गया था, यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट में भी इस पर चर्चा हुई थी। वीडियो में अनन्या अपने परिवार की झोपड़ी को ध्वस्त होने से बचाने के लिए अपनी किताबों को सहेजते हुए जान पर खेल रही थी। उसकी यह आत्मीयता और शिक्षा के प्रति उसकी दीवानगी ने सबको प्रभावित किया।
योगी सरकार के बुलडोजर नीति पर विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया
योगी सरकार (Yogi Government) की बुलडोजर नीति (Bulldozer Action) ने पूरे देश में हंगामा मचाया है। इसे एक तरफ सख्त शासनिक नीति माना जा रहा है, तो दूसरी ओर विपक्ष इसे शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखता है। कई राज्यों में इस नीति का इस्तेमाल बढ़ रहा है, और इसके खिलाफ वैचारिक टकराव भी साफ देखा जा सकता है। अखिलेश यादव ने इस नीति को लेकर कड़ी आलोचना की है, और अनन्या के मुद्दे के माध्यम से सरकार पर निशाना साधा है।
अनन्या का IAS बनने का सपना
अभिषेक और नीतू, अनन्या के माता-पिता, खुद अशिक्षित हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा अपनी बेटी अनन्या और बेटे आदर्श को शिक्षा का महत्व बताया है। अनन्या अपने घर में स्कूल जाने और पढ़ने वाली पहली लड़की है। वह रोज स्कूल जाती है और भविष्य में IAS बनने का सपना देखती है। यह परिवार अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य के लिए मेहनत कर रहा है, और उनका सपना है कि अनन्या शिक्षा के जरिए एक नया रास्ता बनाए।
अनन्या की शिक्षा के लिए समाजवादी पार्टी का कदम
समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने अनन्या की पढ़ाई का खर्च उठाने का निर्णय लिया है, जो एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है। उनका कहना था कि अनन्या की तरह लाखों बच्चे हैं जो शिक्षा के महत्व को समझते हैं, और उन्हें यह मौका मिलना चाहिए। इस पहल के जरिए अखिलेश यादव ने यह संदेश दिया कि शिक्षा को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।