उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के निर्देश पर अवैध रूप से संचालित मदरसों के सर्वे (Survey of Madrasas) का अभियान चलाया गया। इस दौरान अलीगढ़ (Aligarh) जनपद की पांच तहसीलों में 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित मिले, जिनकी रिपोर्ट डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने शासन को भेज दी है। इस बीच सपा के पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्लाह (Former SP MLA Haji Zameer Ullah) ने योगी सरकार और पजिला प्रशासन को कड़ी चेतावानी दी है। उन्होंने कहा कि अगर जांच के बाद मदरसों पर पाबंदी लगाने की कोशिश की गई तो घर-घर में मदरसे होंगे।
पूर्व सपा विधायक हाजी जमीर उल्लाह ने कहा कि मदरसों की दीवार तोड़ने से इस्लाम को खतरा नहीं है, इस्लाम मजबूत हो रहा है। मदरसे के लिए किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है। पहले भी घर-घर मदरसे हुआ करते थे, मदरसा कुरान शरीफ पढ़ने के लिए खोला जाता है।
उन्होंने कहा कि अवैध मदरसे 100 या 1000 भी हो सकते हैं। सरकार ने ज्यादा पाबंदी लगाई तो घर-घर मदरसा होगा और सब देखते रह जाएंगे। कुरान न रुका है न रुकेगा। जितना सरकार उंगली करेगी, उतने लोग अपने बच्चों को कुरान की तालीम दिलाएंगे।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जितना अच्छा काम मुसलमानों के लिए किया है। उतना काम तो वर्षों से उनकी मस्जिदों में बैठे मौलवी भी नहीं कर पाए। भाजपा के कार्यों के बाद शिया-सुन्नियों के बीच होने वाले लड़ाई-झगड़े बंद हो गए हैं और भाजपा की दुआ के चलते दोनों अब एक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हिंदूवादी सरकार से नौकरी और बेरोजगारी को लेकर कुछ पूछ लिया तो मदरसों पर कार्रवाई कर मुद्दों से भटकाया जाता है।
अलीगढ़ डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने बताया है कि यूपी मदरसा बोर्ड के तहत जिले में 125 मदरसे संचालित हैं। इनमें चार सरकारी एवं अन्य मान्यता प्राप्त निजी मदरसे शामिल हैं। इस दौरान बिना पंजीकरण एवं मान्यता के चलने वाले 103 मदरसों की जानकारी मिली। कुछ मदरसे आगरा चिट्स फंड्स सोसाइटी से पंजीकृत मिले हैं। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से संचालित मदरसों की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। सरकार के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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