अलीगढ़: ‘नूरपुर में नमाज़ तो होगी लेकिन नहीं चढ़ने देंगे दलितों की बारात’, AIMIM नेता खिलाफ FIR दर्ज

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) जिले के टप्पल थाना क्षेत्र के नूरपुर (Noorpur) गांव में अनुसूचित जाति के लोगों की बारात रोकने के मामले में धमकी देने वाले असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी के नेता सैयद नाजिम अली (Syed Nazim Ali) को लेकर हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। मंच के नेताओं ने सासनीगेट थाने में तहरीर देकर नाजिम अली के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जिलाध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी थाना सासनीगेट पहुंचे और नाजिम के खिलाफ तहरीर दी। जिलाध्यक्ष का कहना है कि नाजिम अली के बयान से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। नाजिम का यह बयान संविधान और प्रदेश की कानून-व्यवस्था को सीधे-सीधे चुनौती है।


जिलाध्यक्ष ने कहा कि एआईएमआईएम नेता नाजिम अली का बयान समाज के भाईचारे को नुकसान पहुंचाने वाला है। मंच के नेताओं ने नाजिम के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग है, ऐसा नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है। इस दौरान उनके साथ महानगर अध्यक्ष सोनू वशिष्ठ, अमित राजा, महानगर महामंत्री राकेश शर्मा, महानगर उपाध्यक्ष विजय मिश्र, भूमि संरक्षण महानगर प्रमुख राजेश पंडित, जिला संपर्क प्रमुख अर्जुन कुमार, जिला मंत्री सनी कुमार, मंडल मंत्री शिवम कुमार, हरस्वरूप माहौर आदि मौजूद थे।


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बता दें कि एआईएमआईएम पार्टी की युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष सैयद नाजिम अली (Syed Nazim Ali) ने बुधवार को धमकी देते हुए कहा कि  नूरपुर में नमाज तो होगी, लेकिन हिंदुओं को वहां बारात नहीं निकालने दिया जाएगा। भले ही वह चाहे जितना ईट, पत्थर या फिर हथियार लेकर आ जाएं। नाजिम अली ने नूरपुर के हालात के लिए प्रशासन को दोषी ठहराया है। नाजिम ने कहा कि सांसद सतीश गौतम, पूर्व मेयर शकुंतला भारती गंदी सियासत कर रहे हैं। उनकी शुरू से यही राजनीति रही है। उनका राजनीतिक चलन नफरत की आग है। हिंदू-मुस्लिम है।


एआईएमआईएम नेता ने कहा कि अगर ये वाकई हिंदू हैं तो उन्नाव जाएं, जहां गंगा के किनारे लाशें दफनाई जा रही हैं, जो पानी पर तैर रही हैं। वाकई हिंदू हैं तो वह चिता के लिए लकड़ी का इंतजाम करें। भाजपा सरकार में बुरा हाल है। नाजिम ने कहा कि देश संविधान से चलेगा, अल्फाजों से नहीं। मुसलमानों पर जबरन मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। नाजिम ने कहा कि भाजपा की शकुंतला देवी कहती हैं कि नूरपुर से बारात नहीं निकलने दिया तो हम ईंट से ईंट बजा देंगे। मैं उन्हें ये कहना चाहता हूं कि नूरपुर में नमाज तो होके रहेगी, कोई हमें रोक नहीं सकता है। हां…वहां से बिना हमारी इजाजत के बारात नहीं निकलेगी। आप ईंट, पत्थर, गोली या चाहे जो ले आओ।


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नाजिम ने आगे कहा कि नूरपुर से बारात निकालने के लिए हमारी परमीशन इन्हें लेनी ही होगी। अन्यथा शकुंतला नहीं भाजपा के जितने भी नेता हैं सभी आ जाएं और वहाँ बारात निकाल कर दिखाएं। बता दें कि नूरपुर में मुसलमानों के अत्याचार की वजह से हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हैं। इसके बावजूद एआईएमआईएम नेता सैयद नाजिम अली मुस्लिमों पर अत्याचार का दावा कर रहे हैं।


ये है पूरी घटना


टप्पल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव नूरपुर में दलित समुदाय के लोगों ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम संप्रदाय के लोग उन्हें प्रताड़ित करते हैं। यहां तक कि गांव में उनकी बारात नहीं चढ़ने दी जाती। जिसके चलते करीब 100 परिवार यहां से पलायन कर रहे हैं। दलितों ने अपने घरों के बाहर ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिख रखा है। मामला सुर्खियों में तब आया जब बीती 26 मई को गांव के निवासी अनुसूचित जाति के ओमप्रकाश की दो बेटियों की बारात को चढ़ने से रोका गया। वहीं इसी दौरान संप्रदाय विशेष की भीड़ ने बारातियों पर लाठी, डंडों और रॉड से हमला बोल दिया, जिससे गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और दो बाराती गंभीर रूप से घायल हो गए।


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रविवार को यह मामला सोशल मीडिया पर जब उठा तो पुलिस ने वकील, कलुआ, मुस्तकीम, सरफू, अंसार, सोहिल, फारुख, अमजद, तौफीक, सहजोर और लहरू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। ग्रामीणों के मुताबिक मुस्लिम समुदाय के लोग गांव में धर्मांतरण के लिए दबाव बनाते हैं और साथ ही प्रलोभन भी देते। जिसके चलते आज उनकी जनसंख्या हिंदुओं से 8 गुनी हो गई है। छोटे से गांव में तीन मस्जिदें और एक बड़ा मदरसा है जो कि हाल ही में बना है।


पीड़ितों के मुताबिक आज गांव में 800 से अधिक मुस्लिम परिवार हैं तो वहीं हिंदू परिवारों की संख्या करीब 100 बताई जा रही है। आबादी अधिक होने की वजह से ये लोग इलाके में अपनी मनमानी करने लग गए हैं। उनका कहना है कि मुसलमानों के अत्याचारों से परेशान होकर अपने घरो के दरवाजों पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिख रखा है, ताकि खरीददार मिल जाए और हम किसी सुरक्षित जगह पर घर बसा सकें।


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