उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) जनपद में दारोगा (Sub Inspector) की पिस्टल से चली गोली से घायल महिला की 6 दिन बाद बुधवार की देर रात मौत हो गई। महिला जेएन मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती थी। वहीं, जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह और एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। परिवार को सांत्वना दी गई।
दारोगा की लापरवाही से चली थी गोली
दरअसल, कोतवाली थाने में 8 दिसंबर को चौकी इंचार्ज मनोज शर्मा की लापरवाही से महिला को गोली लगी थी। हड्डी गोदाम तुर्कमान गेट पर रहने वाली 55 वर्षीय इशरत निखत पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए अपने बेटे के साथ कोतवाली थाने पहुंची थी। यहां वह भुजपुरा चौकी इंचार्ज मनोज शर्मा से मिलीं।
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इस दौरान सीसीटीएनएस कार्यालय में दारोगा मनोज शर्मा के पास दोनों खड़े थे, तभी एक सिपाही ने दारोगा को पिस्टल दी थी। दारोगा पिस्टल को लोड कर रहे थे। उसी दौरान अचानक गोली चल गई, महिला के सिर के पिछले हिस्से में जा लगी। गोली लगने से महिला तुरंत मौके पर ही गई। यह पूरी घटना थाने के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।
दारोगा पर 20 हजार का इनाम घोषित
इस घटना के बाद दारोगा मनोज शर्मा मौके से फरार हो गए थे। उनकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें बनाई गई थी, लेकिन अभी तक दारोगा टीम की गिरफ्त से बाहर है। वहीं, बुधवार को कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए दारोगा मनोज शर्मा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। उधर, पुलिस ने भी आरोपी दारोगा के खिलाफ 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
पिस्टल देने वाला मुंशी भेजा गया जेल
वहीं, थाने के मुंशी सुदीप की भी मामले में लापरवाही मानते हुए उसे निलंबित कर दिया गया है और न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
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