केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में शनिवार को अमेठी जनपद में 79.45 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया। गौरीगंज के नवोदय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद ने कहा कि अब अमेठी की सूरत बदल रही है, विकास योजनाओं का धन निचले स्तर तक पहुंच रहा है।
उन्होंने कहा कि राजनीति में तमाल लोग जनप्रतिनिधि बनते हैं, मेरा सौभाग्य है कि मुझे बहन बनने का अवसर मिला। अमेठी में कमल खिलाने के लिए हमारे कार्यकर्ताओं ने संघर्ष किया। उन्हें अपमानित किया गया। उन्होंने जहर का घूंट पिया। मैंने अमेठी में गांधी परिवार को चुनौती दी। कांग्रेस के पुरुष कार्यकर्ताओं ने मुझे गालियां दी। गरीब किसानों तक कांग्रेस के सांसदों ने पैसा नहीं पहुंचने दिया। यदि हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया गया तो 2024 में हम रायबरेली भी ले लेंगे।
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स्मृति ईरानी ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ 79.45 करोड़ के लागत की परियाजोनाओ की सौगात दी। इस दौरान स्मृति ने कहा कि मैंने पिपरी के लोगों से बांध का वादा किया था। मैंने उसे पूरा किया। कांग्रेस ने मेडिकल कॉलेज के नाम पर जमीन हड़प ली। भाजपा सरकार ने मेडिकल कालेज और ट्रामा सेंटर बनवाया।
वहीं, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अमेठी की जनता ने बहुत बड़ा काम किया है। उनका सौभाग्य है कि उन्हें ऐसी सांसद मिली। पिछले सांसद ने अपने कार्यकाल में एक पत्र नहीं लिखा। जबकि स्मृति ने सांसद न होते हुए भी सबसे अधिक पत्र लिखे। राहुल गांधी और अखिलेश यादव रबी और खरीफ का अंतर नहीं बता सकते।
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डिप्टी सीएम ने कहा कि इन लोगों ने पाली बाजार का पुल नहीं बनवाया। जबकि एक-दूसरे के समर्थन से सरकार चलाते रहे। दिल्ली से चले पैसे से दलाल मजबूत होते थे। हमारी सरकार ने सड़कों को मजबूत किया। मैं पहले भी अमेठी आता था तब यहां दुर्दशा थी। आज गांवों में बिजली मिल रही है। आज सड़कों में गड्ढे खोजने पड़ रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भाजपा के पूर्व विधायक जमुना प्रसाद मिश्रा के घर गईं और उनके परिजनों से मिलकर उनके निधन पर दुख व्यक्त किया। जमुना प्रसाद का लंबे समय तक बीमार रहने के बाद 22 नवंबर को निधन हो गया था।
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